अरुण धूमल की बीसीसीआइ में नियुक्ित के बाद एचपीसीए अध्यक्ष पद पर दिखेगा नया चेहरा
करीब डेढ़ साल बाद एचपीसीए को अरुण धूमल के रूप में मिले अध्यक्ष को अब हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) का अध्यक्ष पद छोड़ना होगा।
धर्मशाला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) के अध्यक्ष अरुण धूमल ने सोमवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के कोषाध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया है। इकलौता दावेदार होने के कारण उनका बीसीसीआइ में जाना तय है। ऐसे में एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत पर चलते हुए उन्हें एचपीसीए का अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ेगा। अरुण के बीसीसीआइ में जाने की संभावना को देखते हुए एचपीसीए अध्यक्ष पद के लिए लॉबिंग शुरू हो गई है।
2017 में बीसीसीआइ समेत राज्य खेल संघों की कार्यकारिणियां भंग की गई थीं। उस समय अरुण के बड़े भाई अनुराग ठाकुर को बीसीसीआइ व एचपीसीए अध्यक्ष छोड़ना पड़ा था। 27 सितंबर 2019 को लोढ़ा समिति की सिफारिशों के अनुरूप एचपीसीए की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। इसकी कमान अरुण धूमल को सौंपी गई है।
सोमवार को बीसीसीआइ में विभिन्न पदों के लिए नामांकन करने की अंतिम तिथि थी। इसके लिए अरुण धूमल ने भी नामांकन भरा है। उनका बीसीसीआइ कोषाध्यक्ष बनना तय है क्योंकि इस पद के लिए वह इकलौते दावेदार हैं। 23 अक्टूबर को बीसीसीआइ के चुनाव होंगे और आधिकारिक घोषणा होगी। एचपीसीए ने लोढ़ा समिति की सिफारिशों को स्वीकार करते हुए सितंबर में चुनाव से पहले बीसीसीआइ को एक ड्राफ्ट भेजा था। इसमें स्पष्ट किया था कि एक व्यक्ति एक ही खेल संघ का पदाधिकारी हो सकता है। अध्यक्ष बनते ही अरुण ने इशारों में संकेत दिया था कि उनकी निगाहें बीसीसीआइ पर हैं।
अरुण धूमल को बधाई दी
गर्व की बात है कि बीसीसीआइ में भी प्रदेश का प्रतिनिधित्व होगा। इससे प्रदेश में क्रिकेट को और बढ़ावा मिलेगा। अनुराग ठाकुर बीसीसीआइ अध्यक्ष रहे थे और अब अरुण धूमल कोषाध्यक्ष बनने जा रहे हैं। -संजय शर्मा, सदस्य, एचपीसीए निदेशक मंडल।
बीसीसीआइ कोषाध्यक्ष के लिए अरुण धूमल ने नामांकन दाखिल किया है। वह यहां तक मेहनत व योग्यता के कारण पहुंचे हैं। बड़े बेटे अनुराग ठाकुर ने भी बीसीसीआइ के अध्यक्ष पद पर रहकर बेहतर काम किया था। मुझे विश्वास हैं कि अरुण भी तक बेहतर सोच के साथ कार्य करेगा। -प्रेम कुमार धूमल, पूर्व मुख्यमंत्री व अरुण धूमल के पिता।