यहां, बर्फबारी के जोखिम के बीच सीमा तक रसद पहुंचा रही सेना, प्रशासन बंद कर चुका है हाईवे
प्रशासनिक तौर पर बंद हुए मनाली-लेह मार्ग पर सेना के वाहनों की आवाजाही जारी है। बर्फबारी के भारी जोखिम के बावजूद सेना के वाहन सीमा तक पहुंच रहे हैं।
मनाली, जेएनएन। प्रशासनिक तौर पर बंद हुए मनाली-लेह मार्ग पर सेना के वाहनों की आवाजाही जारी है। बर्फबारी के भारी जोखिम के बावजूद सेना के वाहन सीमा तक पहुंच रहे हैं। सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण सामरिक दृष्टि से अतिमहत्वपूर्ण यह हाईवे बंद हो जाएगा। ऐसे में सेना बचे हुए समय में सीमा तक राशन व अन्य सामान पहुंचाने में जुटी हुई है। बीआरओ ने सेना के वाहनों की आवाजाही को देखते हुए लेह मार्ग पर आवाजाही सुचारू रखने की बात कही है। इन दिनों सेना के वाहन रसद व जरूरी सामान लेकर सरहद तक पहुंच रहे हैं तथा सामान छोड़कर इसी मार्ग से वापस भी हो रहे हैं। बीआरओ की माने तो भारी बर्फबारी पड़ने तक बारालाचा दर्रे को बहाल रखा जाएगा और हल्की बर्फ़बारी होने पर सड़क बहाल रखी जाएगी।
लाहुल स्पीति प्रशासन ने हालांकि 15 अक्टूबर से सर्दी के मौसम को देखते हुए लेह मार्ग प्रशासनिक तौर पर बंद कर दिया है। प्रशासन ने सरचू में स्थापित की अपनी अस्थायी चौकी 23 सितंबर को ही हटा ली थी जबकि दारचा में लगाई चौकी को भी 15 अक्टूबर को हटा लिया है। पुलिस चौकी हटा लेने से पुलिस द्वारा मिलने वाली मदद अब लेह मार्ग के राहगीरों को नहीं मिलेगी।
यह मार्ग अचानक बर्फ़बारी होने पर जोखिमभरा हो जाता है। बारालाचा दर्रे में अचानक बर्फ़बारी होने की सूरत में सरचू से पटसेउ तक मदद की कोई उम्मीद नहीं रहती। हालांकि, बीआरओ ने दारचा व आसपास के क्षेत्रों में अपना सड़क निर्माण कार्य जारी रखा है। लेकिन अचानक होने वाली बर्फ़बारी राहगीरों पर भारी पड़ सकती है। कुल्लू दशहरे में घूमने आए लेह, लदाख व जांस्कर के लोगों का भी अभी आना-जाना लगा हुआ है।
बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया लेह के लिए आ जा रहे सेना के वाहनों के काफिले को देखते हुए मनाली-लेह मार्ग पर आवाजाही सुचारू रखी है। भारी बर्फबारी पड़ने तक वाहनों की आवाजाही जारी रहेगी। बीआरओ मनाली-लेह के दारचा व आसपास के क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य को अंजाम दे रहा है। उन्होंने बताया बीआरओ तांदी-संसारी मार्ग सहित ग्रांफु सुमदो सड़क पर अपने कार्य को अंजाम दे रहा है।