सड़कों व योजनाओं का जानबूझ लटकाया जा रहा काम : महाजन
प्रदेश कांग्रेस महासचिव एवं नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन ने जसूर में पत्रकार वार्ता के दौरान विधायक राकेश पठानिया के उस ब्यान पर पलटवार किया।
जेएनएन, जसूर। प्रदेश कांग्रेस महासचिव एवं पूर्व विधायक अजय महाजन ने विधायक राकेश पठानिया के बयान पर पलटवार करते हुए जिसमें उन्होंने कहा था कि अपने कार्यकाल में अजय महाजन कुछ नहीं कर पाए और अब उनके दस महीने का हिसाब मांगने का उनका कोई हक नहीं बनता। उन्होंने कहा कि विधायक भले ही दस माह का हिसाब न दें बल्कि इतना तो बता दें कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में उनके द्वारा नूरपुर क्षेत्र के लिए करीब 298 करोड़ की राशि छोटी-बड़ी सड़कों के निर्माण के लिए स्वीकृति मिली थी।
इनमें से अधिकांश बन भी गई थी और अनेक सड़कों का काम होना शेष था लेकिन प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद एक साल की अवधि भी बीतने के बाद उन सड़कों के निर्माण कार्य शुरू न होने का कारण पूछा जा रहा है तो विधायक इतनी तल्खी क्यों दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उक्त सड़कों व अन्य योजनाओं को जानबूझ कर इसलिए लटकाया जा रहा है ताकि कुछ समय बीतने के बाद उन पर अपना नाम देकर श्रेय लिया जाए। चुनाव के दौरान नूरपुर को जिला बनाना विधायक के विजन डाक्युमेंट में था।
मुख्यमंत्री दो बार नूरपुर का दौरा कर गए, लेकिन इस पर चुप्पी साधने पर क्या विधायक से प्रश्न करना कोई गुनाह तो नहीं है। उन्होंने कहा उनके कार्यकाल में नूरपुर में मिनी सचिवालय, जाच्छ में एनडीआरएफ, नूरपुर में बस स्टैंड, नूरपुर शहर के विभिन्न भागों में करोड़ों की लागत से पार्किंग, 37 स्कूलों का दर्जा बढ़ना, सुल्याली के आयुर्वेदिक अस्पताल सहित अनेक स्वास्थ्य केंद्र, पांच पुल, 29 सिंचाई नलकूप, करोड़ों की पेयजल योजनाएं, आर्य कालेज के नए ब्लॉक का भवन आदि अनेक उपलब्धियां रही हैं।
उन्होंने जानना चाहा है कि जिन 50 से ज्यादा सड़कों को लाने की विधायक बात कर रहे हैं वह भी कांग्रेस सरकार के समय आरएनएस में 8, प्रधानमंत्री सडक योजना में 5, मुख्यमंत्री घोषित 25 व 17 अन्य सडकें स्वीकृत हुई थी उन पर कार्य क्यों नहीं शुरू किया जा रहा। इस अवसर पर पूर्व जिप सदस्य रशपाल पठानिया, सुरजीत सिंह, चमन सिंह, जीत सिंह भी मौजूद रहे।
उधर, विधायक राकेश पठानिया के अनुसार पूर्व विधायक अजय महाजन ने अपने कार्यकाल के अंतिम चरण में अधिकांश शिलान्यास करवाए जिनका न तो समुचित धन था। अब इन विकास कार्यों के लिए पर्याप्त धन की व्यवस्था करवाई जा रही है और शीघ्र ही विकास तेज गति से रफ्तार पकड़ेगा। जिला के संबंध में पिछले कार्यकाल में भी लंबी लड़ाई लड़ी थी और आगे भी इसके लिए आवाज उठाई जा रही है। नूरपुर का विकास सुरक्षित हाथों में हैं पूर्व विधायक इसकी चिंता न करें।