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ज्वालामुखी में आठ लाख रुपये से ठीक होगा संगीतमय फव्वारा

संवाद सहयोगी ज्वालामुखी ज्वालामुखी मंदिर के संगीतमय फव्वारे की मरम्मत करवा कर उसे पर्यटकों

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Jun 2020 07:34 PM (IST)Updated: Thu, 25 Jun 2020 07:34 PM (IST)
ज्वालामुखी में आठ लाख रुपये से ठीक होगा 
संगीतमय फव्वारा
ज्वालामुखी में आठ लाख रुपये से ठीक होगा संगीतमय फव्वारा

संवाद सहयोगी, ज्वालामुखी : ज्वालामुखी मंदिर के संगीतमय फव्वारे की मरम्मत करवा कर उसे पर्यटकों के लिए शुरू करवाने की कवायद मंदिर न्यास ज्वालामुखी ने शुरू कर दी है और इसके लिए आठ लाख रुपये के बजट का प्रावधान भी कर दिया है। यह संगीतमय फव्वारा दोबारा लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बनेगा। गौरतलब है कि वर्ष 1993 में जब हिमाचल प्रदेश में राज्यपाल का शासन था उस दौरान राज्यपाल के मुख्य सलाहकार के प्रयासों से बेंगलुरु के मैसूर लैंप्स के कारीगरों ने अति आधुनिक तरीके से इस संगीतमय फव्वारे का निर्माण किया था और एक तकनीकी विशेषज्ञ इस फव्वारे को कई सालों तक ऑपरेट करता रहा, लेकिन उस विशेषज्ञ के चले जाने के बाद इस फव्वारे का उचित रखरखाव नहीं हो पाया। जिस वजह से तकनीकी खराबी आ जाने की वजह से यह फव्वारा बंद हो गया और लोगों के आकर्षण का केंद्र फाइलों में बंद होकर रह गया। जब संगीतमय फव्वारे की शोहरत को चार चांद लग गए थे उस दौरान ज्वालामुखी और आसपास के क्षेत्रों से लोग हर शाम यहां संगीतमय फव्वारे को देखने के लिए आते थे अपनी किस्म का यह एक अनोखा संगीतमय फव्वारा था जो संगीत की धुनों के ऊपर चलता था। पानी की तरंगे संगीत की धुनों के ऊपर थिरकती नजर आती थी और यह फव्वारा कई प्रकार के रंगों को छोड़कर इंद्रधनुष की तरह खिल जाता है, जिससे लोगों के लिए यह एक आकर्षण का केंद्र बन गया था। बाहर से आने वाले श्रद्धालु व स्थानीय लोग भी यहां पर शाम को एक-दो घंटे के लिए आते थे, जिससे लोगों के लिए रोजगार के द्वार भी खुल गए थे, लेकिन इसके खराब हो जाने व बंद हो जाने के बाद यहां पर लोगों का आना जाना कम हो गया और यहां पर देर रात शराबी और जुआरी लोगों ने अपना अड्डा जमा लिया, जिससे लाखों रुपये का मंदिर न्यास के पैसे का दुरुपयोग हो रहा है।

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विधायक ने दिए थे फव्वारा चालू करने के आदेश

विधायक एवं राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश धवाला ने यहां का दौरा किया और मंदिर न्यास ज्वालामुखी को निर्देश दिए कि तकनीकी विशेषज्ञों की टीम बुलाई जाए और फव्वारे को चालू कराया जाए। तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम ने यहां पर आकर बताया कि लगभग आठ लाख रुपये खर्च होंगे और उसके बाद यह ठीक हो जाएगा और लोगों के लिए एक बार फिर से आकर्षण का केंद्र बन जाएगा।


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