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सेवानिवृत्ति के बाद लेखन ने दिलाया मुकाम

राज्य विद्युत विभाग से बतौर अधिशासी अभियंता सेवानिवृत सुदर्शन भाटिया को लेखन ने मुकाम पर पहुंचा दिया है।

By Edited By: Published: Sun, 24 Mar 2019 10:51 PM (IST)Updated: Mon, 25 Mar 2019 10:51 AM (IST)
सेवानिवृत्ति के बाद लेखन ने दिलाया मुकाम
सेवानिवृत्ति के बाद लेखन ने दिलाया मुकाम

पालमपुर, जेएनएन। विद्युत बोर्ड से बतौर अधिशासी अभियंता सेवानिवृत्त सुदर्शन भाटिया को लेखन ने मुकाम पर पहुंचा दिया है। सेवानिवृत्ति के उपरांत मात्र समय व्यतीत करने के लिए कविता लिखने का शोक उमड़ पड़ा। शुरूआती दौर में कुछ कविताएं लिखकर साथियों को सुनाईं तो सहयोगियों ने इन्हें संग्रहित करने का सुझाव दिया। अपने लेखन कार्य की रुचि में सुधार लाने के लिए कुछ बड़े साहित्यकारों का मार्गदर्शन भी लिया।

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इस शोक ने उन्हें साहित्य लिखने की ओर अग्रसर किया व अब तक 600 से अधिक पुस्तकें व कविता संग्रह लिख चुके हैं। उन्होंने देश के लगभग सभी बड़े नेताओं और स्वतंत्रता सैनानियों पर पुस्तकें लिखकर प्रकाशित की हैं। 78 वर्षीय सुदर्शन भाटिया 1996 से लगातार पुस्तकें प्रकाशित कर विभिन्न मंचों पर बड़े राजनीतिज्ञों व प्रशासनिक अधिकारियों से विमोचन करवा चुके हैं।

उन्होंने वर्तमान राष्ट्रपति पर सबसे पहले पुस्तक लिखकर प्रकाशित की वहीं प्रधानमंत्री व पूर्व राष्ट्रपति तक को अपनी कलम में बंद कर चुके हैं। इस वर्ष भी होली महोत्सव की पहली सांस्कृतिक संध्या में जिला उपायुक्त संदीप कुमार ने उनकी पुस्तक सरल विज्ञान का विमोचन किया तो दूसरी संध्या में एसपी कांगड़ा संतोष पटियाल ने उनकी पुस्तक ,ज्ञान सरिता प्रवाह, को विमोचित किया। तीसरी व अंतिम संध्या में मंडलायुक्त विकास लाबरू ने भी सुदर्शन भाटिया की पुस्तक ,शिक्षाप्रद प्रेरक प्रसंग, व ,सुखी जीवन के लिए बातें बडे काम की, का विमोचन किया।


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