मां के दर बढ़े श्रद्धालु, शक्तिपीठों में 1503 श्रद्धालु हुए नतमस्तक
प्रदेश की सीमाएं खुल गई हैं। ऐसे में अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु बढ़ने लगे हैं।
जागरण टीम, ज्वालामुखी/कांगड़ा/योल : प्रदेश की सीमाएं खुल गई हैं। ऐसे में अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु जिला कांगड़ा के ज्वालामुखी, बज्रेश्वरी देवी व नंदिकेश्वर धाम चामुंडा पहुंचने लगे हैं। जिला कांगड़ा के तीनों प्रमुख शक्तिपीठों में वीरवार को श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी। वीरवार को 1503 श्रद्धालुओं ने माथा टेका। सबसे ज्यादा 779 श्रद्धालु ज्वालामुखी मंदिर पहुंचे। वहीं श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर कांगड़ा में 400, जबकि श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम में 324 श्रद्धालुओं ने माथा टेका।
मंदिर न्यास ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। मंदिरों में कोविड-19 के दिशानिर्देशों का पालन कर दर्शन करवाए जा रहे हैं। यहां पर शारीरिक दूरी के नियम के पालन के लिए गोले भी बनाए गए हैं। 324 ने चामुंडा मंदिर में टेका माथा
श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम में वीरवार को 324 श्रद्धालुओं ने माथा टेका। इनमें 247 श्रद्धालु अन्य राज्यों के रहे। मंदिर में श्रद्धालुओं के पंजीकरण के साथ थर्मल स्कैनिग की जा रही है। मंदिर अधिकारी अपूर्व शर्मा ने बताया कि नियमों के तहत ही श्रद्धालु माथा टेक रहे हैं। बज्रेश्वरी मंदिर में पहुंचे 400 श्रद्धालु
श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर में वीरवार को 400 श्रद्धालुओं ने मां के दर्शन किए। इनमें 350 श्रद्धालु अन्य राज्यों के रहे। इनमें हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली व राजस्थान से श्रद्धालु पहुंचे। मंदिर के प्रवेशद्वार पर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की थर्मल स्कैनिग सुरक्षा कर्मचारी कर रहे हैं। इसके अलावा शारीरिक दूरी का भी ख्याल रखा जा रहा है। 779 ने किए मां ज्वाला की ज्योतियों के दर्शन
श्री ज्वालामुखी मंदिर में वीरवार को 779 श्रद्धालुओं ने मां की ज्योतियो के दर्शन किए। इनमें 537 श्रद्धालु अन्य राज्यों से पहुंचे। इनमें उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान व जम्मू से दो श्रद्धालु पहुंचे। मंदिर न्यास ज्वालामुखी के काउंटर पर श्रद्धालुओं की थर्मल स्कैनिग की जा रही है। मंदिर अधिकारी एवं तहसीलदार जगदीश शर्मा ने कहा कि मंदिर में कोविड-19 के दिशानिर्देशों का पालन किया जा रहा है।