हिमाचल में 1134 करोड़ का बागवानी प्रोजेक्ट विकास की पटरी पर लौटा, मुख्य सचिव ने दिए यह निर्देश
Horticulture Project विश्व बैंक का 1134 करोड़ का बागवानी प्रोजेक्ट विकास की पटरी पर दौडऩे लगा है और एक हजार करोड़ के प्रस्तावित कार्यों में से पांच सौ करोड़ की आबंटन प्रक्रिया चल रही है। मुख्य सचिव ने इस प्रोजेक्ट का उन्होंने रिव्यू किया।
शिमला, जेएनएन। विश्व बैंक का 1134 करोड़ का बागवानी प्रोजेक्ट विकास की पटरी पर दौडऩे लगा है और एक हजार करोड़ के प्रस्तावित कार्यों में से पांच सौ करोड़ की आबंटन प्रक्रिया चल रही है। यह जानकारी बागवानी प्रोजेक्ट के रिव्यू के दौरान प्रोजेक्ट की कार्यकारी परिषद के अध्यक्ष व मुख्य सचिव अनिल खाची को दी गई। सोमवार को इस प्रोजेक्ट का उन्होंने रिव्यू किया और सभी संबंधित विभागों, निगम व वोर्डों के पदाधिकारियों को कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए। विश्व बैंक के इस प्रोजेक्ट के तहत कृषि विपणन मंडियों का विस्तार करने के साथ उनका आधुनिकीकरण किया जा रहा है।
सिंचाई व्यवस्था के लिए बागवानों की वाटर यूजर एसोसिएशनों का गठन कर दिया गया है। इसके लिए दो सौ से अधिक कलस्टरों का गठन किया गया है, जहां पर यह प्रोजेक्ट चल रहा है। एचपीएमसी व कृषि मार्केटिंग बोर्ड ग्रेडिंग, पैकिंग लाइन के साथ कोल्ड चैन लाइन को लेकर अपने प्रयासों को तेज कर दिया है और कार्यों को अवार्ड किया जा रहा है जिससे कार्यों को शुरु किया जा सके।
चार कंपोनेंट पर हो रहा व्यय
2016 में मंजूर किए इस बागवानी परियोजना को 2023 तक पूरा करना है। इस परियोजना में चार कंपोनेंट पर व्यय हो रहा है। जिनके लिए चार एजेंसी व विभाग कार्य कर रहे हैं। इनमें बागवानी विभाग, एचपीएमसी, उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी सोलन और मार्केटिंग बोर्ड शामिल है।
कार्यों में तेजी लाने के निर्देश
हिमाचल के मुख्य सचिव अनिल खाची का कहना है 1134 करोड़ के बागवानी प्रोजेक्ट की समीक्षा की गई है। इस परियोजना के कार्यों में तेजी आई है। कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।