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ऊना में तीन वेंटिलेटर, चार और की जरूरत

कोरोना संक्रमण से जूझ रहे हमारे समाज को स्वस्थ्य रखने के लिए चिकित्सा कर्मियों की अहम भूमिका है। 24 घंटे सात दिन अविराम चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ सहित पूरा चिकित्सा परिवार अपनी सेवाएं दे रहा है। परिजन व घर की चिता के बावजूद पूरे उत्साह के साथ मरीजों की सेवा में लगे चिकित्सा कर्मी यह संदेश दे रहे हैं कि सेवा ही परम कर्तव्य है। कोरोना की जंग में यह कोरोना योद्धा दिन रात लड़ रहे हैं और अपनी जान तक की परवाह नही कर रहे हैं। कोरोना काल के दौरान जिला में सबसे बड़ी अहम भूमिका निभाने वाले सेवानिवृत मेजर सीएमओ डा. रमन कुमार शर्मा से दैनिक जागरण साक्षात्कार के दौरान कई विषयों को लेकर चर्चा की गई। प्रस्तुत इसके अंश

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 May 2020 04:38 PM (IST)Updated: Sun, 24 May 2020 04:38 PM (IST)
ऊना में तीन वेंटिलेटर, चार और की जरूरत
ऊना में तीन वेंटिलेटर, चार और की जरूरत

कोरोना वायरस से जंग लड़ रहे वारियर्स की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जिले में भरपूर मात्रा में पीपीई किट, दस्ताने व मास्क मौजूद हैं। ऊना में तीन वेंटिलेंटर की भी व्यवस्था की गई है, जबकि चार और वेंटिलेटर की जरूरत है। कोरोना के मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया करवाने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से मुस्तैद है। कोरोना काल में बड़ी जिम्मेवारी निभाने वाले सीएमओ डॉ. रमन कुमार शर्मा से दैनिक जागरण के संवाददाता सतीश चंदन ने साप्ताहिक साक्षात्कार के दौरान कई विषयों पर चर्चा की गई। प्रस्तुत है इसके अंश.. जिले में स्वास्थ्य विभाग कोरोना से किस तरह से जंग लड़ रहा है।

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कोरोना से जंग जीतने के लिए हमारे पास पर्याप्त पीपीई किट हैं, मास्क व दस्तानों का भी स्टाक है। लोगों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। जिले में कितने क्वारंटाइन सेंटर हैं व कितने कोविड अस्पताल हैं। इनमें कितने बिस्तरों की क्षमता है।

ऊना जिले में 30 क्वारंटाइन सेंटर हैं, जहां पर बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को रखा जा रहा है। स्वास्थ्य टीमें बाहर से आने वाले लोगों की बार्डर एरिया व क्वारंटाइन केंद्रों में स्क्रीनिग कर रही हैं। जिले में दो कोविड केयर सेंटर हैं, जो कि खड्ड व पालकवाह में हैं, इनमें 150 लोगों को रखने की क्षमता हैं। इसके अलावा हरोली अस्पताल में कोविड हेल्थ सेंटर बनाया गया है, जहां 30 बिस्तर की क्षमता है। क्वारंटाइन सेंटर व बार्डर एरिया पर फ्रंट लाइन काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा किस तरह कर रहे हैं, क्या इनकी स्क्रीनिग व सेंपलिग भी की जा रही है।

क्वारंटाइन सेंटर व बार्डर एरिया पर जो चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी ड्यूटी दे रहे हैं। उनकी स्क्रीनिग व सेंपलिग भी समय-समय पर की जा रही है इन्हें पीपीई किट, दस्ताने व मास्क भी दिए गए हैं। बार्डर एरिया पर 13 टीमें लोगों की स्क्रीनिग कर रही हैं। जिले में कोरोना मरीजों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कितने वेंटिलेटर हैं। यह कहां-कहां पर स्थापित किए गए हैं।

जिला ऊना में तीन वेंटिलेटर की व्यवस्था की गई है। ऊना के हरोली, खड्ड व ऊना अस्पताल में वेंटिलेटर है, जबकि चार और वेंटिलेटरों की जरूरत है। कोरोना के बचाव को लेकर लोगों को लिए क्या संदेश देना चाहते हैं।

जिले के लोगों को इस बात का ध्यान रखना होगा कि जागरूकता से ही कोरोना से सुरक्षित रह सकते हैं। शहरी व ग्रामीण स्तर पर हरेक व्यक्ति को चाहिए की वह बिना मास्क के न निकलें। भीड़भाड़ वाली जगहों पर न जाएं।


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