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युवा पीढ़ी को ऐतिहासिक घटनाओं की जानकारी होना जरूरी : आर्लेकर

जागरण संवाददाता हमीरपुर इतिहास हमारी सभ्यता संस्कृति और साहित्य का अभिन्न अंग है और यह तथ्यों पर आधारित होना चाहिए। ठाकुर जगदेव चंद ठाकुर स्मृति शोध संस्थान नेरी में वेबिनार हुआ।

By JagranEdited By: Published: Sat, 04 Dec 2021 04:58 PM (IST)Updated: Sat, 04 Dec 2021 04:58 PM (IST)
युवा पीढ़ी को ऐतिहासिक घटनाओं की जानकारी होना जरूरी : आर्लेकर
युवा पीढ़ी को ऐतिहासिक घटनाओं की जानकारी होना जरूरी : आर्लेकर

जागरण संवाददाता, हमीरपुर : इतिहास हमारी सभ्यता, संस्कृति और साहित्य का अभिन्न अंग है और यह तथ्यों पर आधारित होना चाहिए। इसे हम नजरअंदाज नहीं कर सकते। यह बात राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने शनिवार को ठाकुर जगदेव चंद ठाकुर स्मृति शोध संस्थान में कही। उन्होंने संस्थान में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत भारतीय स्वाधीनता आंदोलन वृत्तांत, स्मृतियां एवं नेपथ्य-नायक विषय पर आयोजित राष्ट्रीय परिसंवाद एवं वेबिनार के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया।

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यह दो दिवसीय परिसंवाद भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद और केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला तथा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के इतिहास विभाग के सहयोग से आयोजित किया गया।

इस अवसर पर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि ऐतिहासिक घटनाओं की सही डाक्यूमेंटेशन एवं तथ्यात्मक जानकारी आज की पीढ़ी तक पहुंचाई जानी चाहिए। आज हमारा देश जहां अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, वहीं गोवा भी अपनी मुक्ति का 60वां वर्ष मना रहा है। गोवा की मुक्ति के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय और अन्य महापुरुषों का बड़ा योगदान रहा है। इनमें उन्होंने जिला कांगड़ा के राम सिंह का भी जिक्र किया।

कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने डा. ओम प्रकाश शर्मा द्वारा निर्मित हिमाचल के स्वतंत्रता सेनानियों पर आधारित एक लघु वृत्तचित्र, डा. शिव भारद्वाज की पुस्तक स्वराज संघर्ष में हिमाचल के नेपथ्य नायक, डा. ओम प्रकाश शर्मा की पुस्तक इतिहास लेखन में लोक गाथाओं का योगदान और परिसंवाद की स्मारिका का विमोचन भी किया।

प्रसिद्ध पुरातत्वविद प्रो. बसंत शिदे ने आनलाइन जुड़कर अपना अध्यक्षीय उद्धवोधन दिया। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के सलाहकार डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री मुख्य वक्ता थे। डा. कंवरदीप चंद्र ने परिसंवाद की भूमिका पर प्रकाश डाला। संस्थान के निदेशक डा. चेतराम गर्ग ने अतिथियों का स्वागत किया।

इस अवसर पर विधायक एवं उप मुख्य सचेतक कमलेश कुमारी, विधायक नरेंद्र ठाकुर, उपायुक्त देबाश्वेता बानिक, पुलिस अधीक्षक डा. आकृति शर्मा, अन्य अधिकारी तथा विभिन्न राज्यों के विद्वान एवं शोधकर्ता उपस्थित थे। संस्थान के निदेशक विजय मोहन पुरी व कई विद्वानों ने इस परिसंवाद में आनलाइन भाग लिया।


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