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बच्चों को सिखाया पारंपरिक बैले नृत्य

नादौन के वेदधारा ग्लोबल स्कूल में ग्रेटा ने प्रस्तुति दी तथा बच्चों को भी पारंपरिक बैले नृत्य सिखाया।

By Edited By: Published: Tue, 28 Aug 2018 10:12 PM (IST)Updated: Wed, 29 Aug 2018 12:44 PM (IST)
बच्चों को सिखाया पारंपरिक बैले नृत्य
बच्चों को सिखाया पारंपरिक बैले नृत्य
संवाद सहयेागी, नादौन : इटली की बैले नर्तकी ग्रेटा ब्लार्दो का कहना है कि हिमाचल के लोगों का प्यार देखकर वह दोबारा यहां आना चाहती हैं। नादौन के वेदधारा ग्लोबल स्कूल में ग्रेटा ने प्रस्तुति दी तथा बच्चों को भी पारंपरिक बैले नृत्य सिखाया। ग्रेटा ने बताया कि उसने 3 वर्ष की आयु में ही पारंपरिक बैले नृत्य रशियन स्टाइल में सीखना आरंभ कर दिया था। इटली में 1997 से 2000 तक लैंटाना स्कूल ऑफ डांस, 2000 से 2003 तक स्कूल ऑफ एटीट्यूड, 2003 से 2005 तक स्कूल ऑफ बैले डांस में प्रशिक्षण ग्रहण किया। 2005 से 2013 तक उन्होंने बैले डांस एकेडमी यूक्रेन से इस पारंपरिक नृत्य का प्रशिक्षण ग्रहण किया। वेदधारा ग्लोबल स्कूल के निदेशक राजन शर्मा के अनुरोध पर विशेष तौर पर यहां आई ग्रेटा ने बताया कि 2013 से वह अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी प्रस्तुतियां दे रही हैं।

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