स्ट्रीट लाइट्स बदहाल, ठोकरें खा रहे लोग
20 साल पुरानी है लाइटें बिल न भरने से गुल हो चुकी है बत्ती -2 जिलों की सीमा पर बना है व्यास पुल
20 साल पुरानी है लाइटें, बिल न भरने से गुल हो चुकी है बत्ती
-2 जिलों की सीमा पर बना है व्यास पुल संवाद सहयोगी, नादौन : उपमंडल के नया शहर के साथ सटे हमीरपुर व कांगड़ा जिलों की सीमाओं को जोड़ने वाले व्यास नदी के पुल पर रात के समय स्ट्रीट लाइटों की सही व्यवस्था न होने से लोगों को अंधेरे में सफर करना पड़ रहा है। प्रशासन की ओर से करीब 20 वर्ष पहले पुल पर लगाई गई स्ट्रीट लाइटों की हालत बद से बदतर हो चुकी है।
दो जिलों की सीमा पर बने इस पुल के कारण किसी भी जिले का प्रशासन यहां तक कि स्थानीय नगर पंचायत भी इन स्ट्रीट लाइटों के बिजली के बिल को भरने के लिए तैयार नहीं है। अंधेरे के कारण ही इस पुल पर न जाने पिछले कई वर्षो से कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिसके कारण कई लोग इसमें घायल भी हो चुके हैं और कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द यहां और स्ट्रीट लाइट्स लगाई जाएं, ताकि लोगों को अंधेरे में सफर न करना पड़े। रात के समय नादौन पुल पर अंधेरे का साम्राज्य रहता है और खासकर अकेली महिला को पुल पार करते समय किसी अनहोनी का डर लगा रहता है। प्रशासन को लगभग 20 वर्ष पहले खंडहर बन चुकी इन लाइटों की सुध लेनी चाहिए।
- राजकुमार शर्मा। वर्ष 1974 में निर्मित होने के बाद इस पुल पर लाइटें लगाकर इन लाइटों का बिल भरने की जिम्मेवारी टोल टैक्स ठेकेदार की तय की गई थी। कुछ समय के बाद सरकार ने टोल टैक्स ठेकेदारी प्रथा समाप्त की दी और बिल न भरने के कारण यह स्ट्रीट लाइटें गुल हो गई ।
- दिनेश मेहरा नगर पंचायत को चाहिए कि वह इन स्ट्रीट लाइटों को ठीक करवा कर जनहित में बिल भरे, क्योंकि जहां पर पूरे शहर के बिजली का बिल अदा करती है तो मात्र इन स्ट्रीट लाइटों का बिल तो उसके लिए ऊंट के मुंह में जीरे के जैसे है।
- विकास चौधरी। यह पुल दो जिलों की सीमा रेखा पर है और बिल भरने के लिए कोई भी प्रशासन तैयार नहीं होता है। इसलिए इसका खामियाजा राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है। स्ट्रीट लाइटों की व्यवस्था जल्द से जल्द ठीक होनी चाहिए।
- मनोज चौधरी, बेला पंचायत, पार्षद नादौन।