जागरूकता ने मिटाया जल संकट
पानी अनमोल है। यह बात हमीरपुर जिला के सुजानपुर विकास खंड के साथ लगती डेरा पंचायत में साबित हो रही है।
विजय गौतम, सुजानपुर
पानी अनमोल है। यह बात हमीरपुर जिला के सुजानपुर विकास खंड के साथ लगती ग्राम पंचायत डेरा के लोगों ने समझी है। जागरूकता के कारण लोगों ने बारिश के पानी की बूंद-बूंद सहेज कर जल संकट खत्म किया है। इस पानी को ग्रामीण रोजमर्रा की जरूरतों, सब्जियों के उत्पादन, निर्माण कार्य में इस्तेमाल करने के अलावा पालतू पशुओं की प्यास भी बुझाते हैं।
डेरा पंचायत के गांव टिकरू निवासी पूर्व सैनिक परस राम ने वर्ष 2016 में मनरेगा से प्राप्त 60000 रुपये और 20000 रुपये व्यक्तिगत अंशदान से घर में वर्षा जल संग्रहण टैंक का निर्माण करवाया था। वह घर की छत से एकत्रित बारिश के पानी को टैंक में सहेजते हैं। परस राम का कहना है कि इस पानी का कई कार्यो में इस्तेमाल करने से जलशक्ति विभाग का पेयजल भी बचता है। टिकरू निवासी नरेंद्र कुमार, चरोट निवासी राजकुमार, टिक्कर के अमी चंद सहित पंचायत के विभिन्न गांवों में 14 लोगों ने मनरेगा के तहत मिली राशि व व्यक्तिगत अंशदान से घर पर वर्षा जल संग्रहण टैंक का निर्माण किया है। एक हजार वर्ग फीट के प्रत्येक टैंक में 10000 लीटर बारिश का पानी संग्रहित किया जा सकता है। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार की यह योजना लाभदायक है। टैंक बनाने से घर में बारिश का पानी एकत्रित होने से पानी की किल्लत नहीं झेलनी पड़ती है।
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एक पंथ दो काज के उद्देश्य से वर्षा जल संग्रहण टैंक बनाने का अभियान शुरू किया था। मेरे पास लोग अपने घर के साथ सुरक्षा के लिए दीवार बनाने की मांग लेकर आते थे। ऐसा विभाग के स्तर पर संभव नहीं था। ऐसे में टैंक बनाने की तरकीब काम आई। वर्षा जल संग्रहण के लिए ग्रामीणों के घर से कुछ दूर बनाए गए टैंक घर की सुरक्षा दीवार के रूप में भी अहम भूमिका अदा कर रहे हैं। इस मुहिम को पूरा करने में ब्लॉक के तकनीकी सहायक कमल ठाकुर का भी सहयोग मिला है।
-विजय कुमार, पूर्व प्रधान, डेरा
------------ पंचायत के लोग जागरूक हैं। पंचायत में बारिश के पानी को सहेजने की मुहिम जारी रहेगी।
-सोनिया रांगड़ा, प्रधान, ग्राम पंचायत डेरा