निजी बसें न चलने पर ग्रामीणों में रोष
कुछ एक निजी बस चालकों की मनमानी आम जनता पर भारी पड़ रही है लेकिन प्रशासन से भी गुहार लगाने के बाद भी अगर सुनवाई न हो तो आम जनता क्या करें। यह सोचनीय पहलू है ऐसा ही एक मामला इन दिनों निजी बस चालकों की मनमानी का सामने आया है। जहां इनकी बजह से दर्जनों गांव प्रभावित तो हो ही रहे हैं उल्टा जब इन बस निजी बस चालकों को ग्रामीण, बसें निर्धारित रूट पर चलाने की बात करते है
संवाद सहयोगी, भोरंज : निजी बस चालकों की मनमानी जनता पर भारी पड़ रही है। लेकिन गुहार लगाने के बाद भी प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं रहा है। पंचायत प्रधान भुक्कड़ विजय लक्ष्मी, उपप्रधान वीरी ¨सह, पंचायत अमरोह मीना कुमारी, रविंद्र ठाकुर, जगदेव ठाकुर, चंद्रशेखर, सुदेश कुमार, नीलम कुमारी, अनिल कुमार, विमल किशोर, प्रताप चंद, विजय कुमार, सुनील कुमार, राजो देवी, बलदेव चंद, अजय वर्मा ने बताया कि हमीरपुर से सरकाघाट वाया भुक्कड़ बजौरा होकर चलने वाली तीन निजी बसें चलती हैं लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि बस मालिक मनमर्जी करते हैं। कहीं पर भी बस को रोक दिया जाता है या फिर बंद कर दिया जाता है। कई बार तो चंदरूही पेट्रोल पंप के पास सवारियों को उतार दिया जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि कई बार रूट पर ऐसे भी ड्राइवर भेजे जाते हैं जिनके पास लाइसेंस तक नहीं होता है। ग्रामीणों ने प्रशासन को चेतावनी दी है अगर सीघ्र कोई कार्रवाई नहीं हुई तो ग्रामीण आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि इन ऐसे बस चालकों की मनमानी की शिकायत ग्रामीणों ने आरटीओ हमीरपुर को भी एक सप्ताह पहले दी थी लेकिन कोई भी सुनबाई नहीं हुई जिसका उन्हें खेद है। उधर, आरटीओ हमीरपुर वीरेंद्र शर्मा का कहना है कि मामला ध्यान में है। बस मालिकों से लिखवाकर लिया है कि वह बसें निर्धारित रूट पर चलाएंगे, लेकिन फिर भी उक्त निजी बस मालिक मनमानी कर रहे हैं तो कार्रवाई की जाएगी।