सांड के हमले में एक घायल, पेट व टांग में गंभीर चोट
नादौन क्षेत्र में बैलों के हमले से घायल होने वालों की संख्या में आए दिन बढ़ोतरी हो रही है।
संवाद सहयोगी, नादौन : क्षेत्र में बेसहारा पशु हमलावर होने लगे हैं। यह जहां हादसों का कारण बन रहे हैं, वहीं लोगों पर हमला भी कर रहे हैं। रविवार को नादौन के गगाल में सांड ने एक व्यक्ति पर हमला कर दिया, जिससे उसके पेट व अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें पहुंची हैं। आसपास के लोगों ने काफी मशक्कत के बाद व्यक्ति को सांड के चंगुल से छुड़वाया।
गगाल में 65 वर्षीय केहर सिंह निवासी गगाल अपने काम से जा रहा था कि सांड ने हमला बोल दिया। इससे उसे पेट, टांग सहित शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें पहुंची हैं। आसपास के लोगों ने उसे अस्पताल में दाखिल करवाया। डॉ. बीएस राणा ने बताया कि घायल व्यक्ति को उपचार दे दिया गया है और उसकी हालत स्थिर है। एसडीएम दिले राम धीमान ने बताया कि समस्या के समाधान के लिए कदम उठाए जाएंगे। बेसहारा पशुओं की हमले की चार दिन में तीसरी घटना
चार दिन में शहर के आसपास ही ऐसी तीसरी घटना है। बीते समय में ऐसे ही हमलों में दो लोग तो अपनी जान तक गवां चुके हैं। स्थानीय लोगों ने सरकार से मांग की है कि इस समस्या का समाधान किया जाए। शहर में बेसहारा पशुओं की संख्या काफी बढ़ गई है। इससे कई बार जाम भी लग जाता है और लोगों को परेशान होना पड़ता है। सांडों के हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इससे कई लोग पहले भी घायल हो चुके हैं। रविवार को ऐसी ही घटना में केहर सिंह घायल हो गए। ब्यास पुल नादौन को पार करना भी मुश्किल
ब्यास पुल नादौन के पास भी बेसहारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। इससे यहां पर महिलाओं व बच्चों सहित बुजुर्गो को परेशान होना पड़ता है। ये पशु हादसे का कारण भी बनते हैं। राहगीरों को तो इन पशुओं के रास्ता रोके होने के कारण पुल पार करना ही मुश्किल हो जाता है। पुल पर रात के समय लाइट की व्यवस्था भी नहीं है, जिससे अंधेरे में पशु दिखाई भी नहीं देते हैं। लोगों ने प्रशासन से समस्या के समाधान की मांग की है।