चुनाव व्यय की निगरानी का कार्य अति महत्वपूर्ण
लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2019 को पारदर्शी ढंग से संपन्न करवाने के ²ष्टिगत आज यहां हमीर भवन में एक बैठक का आयोजन हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के लिए नियुक्त केन्द्रीय व्यय पर्यवेक्षक भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी मोहम्मद रिजवान की अध्यक्षता
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : लोकसभा चुनाव को पारदर्शी ढंग से संपन्न करवाने के दृष्टिगत सोमवार को हमीर भवन में बैठक का आयोजन हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के लिए नियुक्त केंद्रीय व्यय पर्यवेक्षक भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी मोहम्मद रिजवान की अध्यक्षता में किया गया। इसमें निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त डॉ. ऋचा वर्मा सहित सहायक निर्वाचन अधिकारी व व्यय निगरानी से जुड़े सभी अधिकारी उपस्थित थे। मोहम्मद रिजवान ने कहा प्रत्याशी की ओर से किए जाने वाले व्यय की निगरानी का कार्य अति महत्वपूर्ण है और पूर्ण पारदर्शिता के साथ सभी इसका निष्पादन करें। व्यय निगरानी के लिए गठित टीमें बिना किसी डर या पक्षपात के कर्तव्यों का निर्वहन कर सशक्त लोकतंत्र की स्थापना में योगदान दें और चुनाव आयोग के निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करें। किसी भी उम्मीदवार को चुनाव व्यय के लिए एक अलग बैंक खाता खोलना अनिवार्य है और कोई भी नकद लेन-देन केवल 10 हजार रुपये तक ही किया जा सकता है। इससे अधिक राशि के भुगतान के लिए चेक या आरटीजीएस आदि के माध्यम से भुगतान किया जा सकता है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी प्रत्याशियों को चुनावी व्यय से संबंधित लेखा रजिस्टर इत्यादि तैयार करने के बारे में आवश्यक निर्देश और मतदान से पूर्व होने वाले लेखा संबंधी तीन निरीक्षणों के बारे में भी अवगत करवाएं। भारी मात्रा में नकदी के मामलों में व्यक्ति को पैन कार्ड अथवा उसकी प्रति, व्यापार पंजीकरण प्रमाण पत्र की प्रति, नकदी निकासी को दर्शाने वाली बैंक पास बुक या विवरणी, व्यापारियों को कैश बुक की प्रति तथा सामान्य जनता को विवाह के निमंत्रण पत्र व अस्पताल में दाखिल रोगी के उपचार इत्यादि के मामलों में संबंधित दस्तावेज दिखाने होंगे। निर्वाचन अधिकारी उपायुक्त डॉ ऋचा वर्मा ने केन्द्रीय व्यय पर्यवेक्षक के समक्ष चुनावों के दौरान व्यय निगरानी के लिए किए गए सभी प्रबंधों का ब्यौरा प्रस्तुत किया। इस बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय कुमार सकलानी, सहायक निर्वाचन अधिकारी, हमीरपुर, भोरंज, नादौन, बड़सर, सुजानपुर, जसवां परागपुर, देहरा व धर्मपुर तथा वहां तैनात सहायक व्यय पर्यवेक्षकों ने भाग लिया।