सरहद पर देश की सेवा करेगा पनसाई का लेफ्टिनेंट अंकित
दादा पिता और नाना के सपनों को साकार करते हुए तीसरी पीढ़ी के लेफ्टिनेंट अंकित देश सेवा के लिए तैयार हो गए हैं। शनिवार को आइएमए में परेड के बाद उन्होंने देश सेवा की शपथ ली।
जागरण संवाददाता, पनसाई (हमीरपुर) : दादा, पिता और नाना के सपनों को साकार करते हुए तीसरी पीढ़ी के अंकित शर्मा ने सेना में लेफ्टिनेंट बनकर इलाके का नाम रोशन किया है। नादौन क्षेत्र के पनसाई निवासी सूबेदार सुशील शर्मा के बेटे लेफ्टिनेंट अंकित शर्मा ने यह उपलब्धि हासिल की है। अंकित के दादा सेना से ऑनरेरी कैप्टन सेवानिवृत्त हुए हैं। जबकि उनके नाना रामू शर्मा ने भी सेना सेवाएं देकर बर्मा (अब म्यांमार) के साथ हुए युद्ध में हिस्सा लिया था। लेफ्टिनेंट अंकित शर्मा की प्रारंभिक पढ़ाई नाना के घर खास गलोड़ के पास स्थित नवदीप पब्लिक स्कूल में हुई। बचपन से ही नाना के घर पले-बढ़े अंकित शर्मा ने छठी से लेकर जमा दो तक हमीरपुर के डूंगरी स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में पढ़ाई हासिल की। दादा व पिता के फौजी होने के कारण अंकित की रगों में भी देशसेवा का जज्बा बचपन से भरा था, लिहाजा उसने एनडीए (नेशनल डिफेंस अकादमी) की परीक्षा देकर इसे पहली बार पास कर लिया। तीन साल पुणे स्थित नेशनल डिफेंस अकादमी में प्रशिक्षण हासिल करने के बाद एक साल तक भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून में प्रशिक्षण हासिल करने के बाद यह उपलब्धि हासिल की है।
शनिवार को देहरादून स्थित आइएमए (भारतीय सैन्य अकादमी) में दादा ऑनरेरी कैप्टन बीरवल शर्मा व दादी केसरी शर्मा के सामने जब पोते को स्टार पहनाए गए तो उनकी आंखों में खुशी के आंसू आ गए। देश सेवा की शपथ लेकर अंकित ने जब दादा के पांव छुए तो उन्होंने एकदम से उसी सीने से लगा लिया। लेफ्टिनेंट अंकित की माता मंजू शर्मा गृहिणी हैं जबकि पिता सेना में बतौर सूबेदार सेवाएं दे रहे हैं।
दादी केसरी शर्मा ने बताया कि पोते ने अपने दादा व पिता की तरह ही देशसेवा का बीड़ा उठाया है। समारोह में पहुंची दादी के लिए खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब पोते को सेना की वर्दी में देखा। पिता सूबेदार सुशील शर्मा ने बताया कि उनका बड़ा बेटा पंकज शर्मा नेवी में सेवाएं दे रहा है। देशसेवा की प्रेरणा दोनों बच्चों को अपने दादा और नाना से विरासत में ही मिली है, यही वजह है कि दोनों बेटे देश की सेवा में तत्परता से जुटे हैं।