फायर सीजन के कारण कर्मचारियों की छुंिट्टयां रद
गर्मियां शुरू होते ही जंगलों में आग लगने का सिलसिला भी शुरू हो जाता है। जंगलों में गिरी सूखी चीड़ की पत्तियों में आग एकदम से लग जाती है जिससे वन संपत्ति को भारी नुकसान उठाना पड़ता है साथ ही जीव जंतू भी जलकर मर जाते हैं।
अनिल कुमार, हमीरपुर
गर्मियां शुरू होते ही जंगलों में आग लगने का सिलसिला भी शुरू हो जाता है। जंगलों में गिरी सूखी चीड़ की पत्तियों में आग एकदम से लग जाती है। इससे वन संपत्ति को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। साथ ही जीव जंतु भी जलकर मर जाते हैं। फायर सीजन शुरू होते ही वन विभाग ने कर्मचारियों की छुंिट्टयां रद कर दी हैं। विभाग ने मंडल स्तर से लेकर रेंज स्तर पर कमेटियों का गठन कर लिया है जो फायर सीजन में वन विभाग का सहयोग करेगी। फायर सीजन में किस प्रकार आग पर काबू पाया जा सके, इसके लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने के लिए कार्यशालाओं का भी आयोजन किया गया है। प्रशिक्षण कार्यशाला में कर्मचारियों को लोगों का सहयोग लेकर आग की घटनाओं पर अंकुश लगाने की जानकारी दी गई। फायर सीजन में वन संपत्ति को आग के नुकसान से बचाने के लिए वन विभाग ने उपायुक्त हमीरपुर, सभी बीडीओ, अग्निशमन विभाग, होमगार्ड को पत्र लिखा है। इसमें वन विभाग को गर्मियों के सीजन में विभिन्न विभागों के सहयोग की आवश्यकता होती है। जिला में 219 हेक्टेयर वन क्षेत्र होने के चलते आग की घटनाओं का पता लगने का पता नहीं चलता। इसके लिए लोगों का भी सहयोग आवश्यक है।
जिला हमीरपुर में पांच रेंज हैं इनमें हमीरपुर, अग्घार, नादौन, बिझड़ी और बड़सर शामिल हैं। कोई व्यक्ति आग लगाता हुआ पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाएगी।
डीएफओ संगीता चंदेल ने बताया कि फायर सीजन के कारण वन विभाग के कर्मचारियों की छुंिट्टयों को रद्द कर दिया हैं। स्थानीय नागरिकों से वन विभाग को सहयोग करने की अपील की है।