कंप्यूटर शिक्षकों को स्कूलों में समायोजित करे सरकार
कंप्यूटर शिक्षकों के पक्ष में खुलकर सामने खुलकर आया अध्यापक संगठन एचजीटीयू कहा कंपनियों के शोषण से मुक्ति प्रदान कर स्कूलों में समायोजित किये जायें कम्प्यूटर शिक्षक। हिमाचल राजकीय अध्यापक संगठन एचजीटीयू ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि लंबे अरसे से स्कूलों में कार्य कर रहे कम्प्यूटर शिक्षकों को कम्पनी राज से मुक्ति दिलाकर उनका शोषण बंद किया जाए तथा एक तय नीति के तहत उन्हें स्कूलों में समायोजित किएं जाऐं
संवाद सहयोगी, हमीरपुर : हिमाचल राजकीय अध्यापक संगठन (एचजीटीयू) ने कहा कंपनियों के शोषण से मुक्ति प्रदान कर कंप्यूटर शिक्षकों को स्कूलों में समायोजित किया जाए। एचजीटीयू ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि लंबे अरसे से स्कूलों में कार्य कर रहे कंप्यूटर शिक्षकों को कंपनीराज से मुक्ति दिलाकर उनका शोषण बंद किया जाए तथा एक तय नीति के तहत उन्हें स्कूलों में समायोजित किए जाए। संगठन ने सरकार से इन शिक्षकों के प्रति मानवीय संवेदना के आधार पर राहत दिये जाने की मांग की है। जारी बयान में अध्यापक संगठन के •िाला अध्यक्ष संजीव ठाकुर, जिला महासचिव राज कुमार, नादौन के अध्यक्ष मनोज शर्मा, महासचिव नरेश पटियाल, वित्त सचिव शशि शर्मा, हमीरपुर उपमंडल के प्रधान देविदर सिंह, महासचिव अश्वनी कुमार, अजयपाल सिंह, भोरंज के प्रधान अजय शर्मा, महासचिव कमलजीत, वित्त सचिव राकेश कुमार, सुजानपुर के अध्यक्ष अरुण शर्मा, महासचिव अविनाश ठाकुर, वित्त सचिव गगन कुमार, बड़सर से राजेंद्र प्रसाद, अजय शर्मा और सुनील कुमार सहित अन्य शिक्षकों ने कहा कि कंप्यूटर शिक्षक करीब डेढ़ दशक से भी ज्यादा समय से स्कूलों में अध्यापन कार्य में लगे हुए हैं। इन्हें पिछले करीब 20 सालों से कंपनी के माध्यम से नियुक्ति दी जा रही है जिससे इनका भारी आर्थिक और मानसिक शोषण हुआ है। इसके फलस्वरूप इनके कैरियर और भविष्य पर ही सवालिया निशान लग गये हैं। कंप्यूटर शिक्षकों की शिक्षा विभाग में करीब दो दशकों की लंबी सेवाओं के आधार पर उन्हें राहत देने की मांग की है।