दिव्या राजपूत ने लगाया पक्षपात का आरोप
निजी स्कूल में दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्र दिव्या राजपूत ने राज्य स्तरीय एथलेटिक मीट में टेक्निकल ऑफिसियल पर पक्षपात का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की राज्य स्तरीय स्कूल अंडर-19 एथलेटिक्स प्रतियोगिता का आयोजन राजकीय वरिष्ठ माध्यामिक पाठशाला हमीरपुर में किया गया। इस प्रतियोगिता में उन्हें जानबूझ कर मानसिक रूप से परेशान किया गया। दिव्या राजपूत ने
आक्रोश
100 व 200 मीटर दौड़ में स्वर्ण तथा लंबी कूद में एक रजत जीतने पर मेरे बने थे 13 अंक
स्टेट टेक्निकल ऑफिशियल ने 10 अंक वाली खिलाड़ी को चुना सर्वश्रेष्ठ धाविका
संवाद सहयोगी, हमीरपुर : निजी स्कूल में दसवीं कक्षा की छात्रा दिव्या राजपूत ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाल हमीरपुर में आयोजित अंडर-19 राज्यस्तरीय एथलेटिक्स मीट में स्टेट टेक्निकल ऑफिशियल पर पक्षपात का आरोप लगाया है।
दिव्या राजपूत ने कहा सर्वश्रेष्ठ धावक व धाविका का चयन अंकों के आधार पर होता रहा है। प्रथम, द्वितीय व तीसरे स्थान वाले को क्रमश: पांच, तीन व एक अंक दिया जाता है। उसने 100 मीटर व 200 मीटर दौड़ में स्वर्ण तथा लंबी कूद में रजत पदक जीता है। इसके आधार उसके 13 अंक हुए लेकिन 10 अंक प्राप्त करने वाली खिलाड़ी को सर्वश्रेष्ठ धाविका का पुरस्कार दे दिया। कोच डॉ. पवन वर्मा जो नेशनल टेक्निकल ऑफिशियल भी हैं ने कहा दिव्या को उसका हक जरूर मिलना चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी करवाई होनी चाहिए। यदि उसे न्याय नहीं मिला तो वे न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे।
एडीपीओ राजेंद्र शर्मा ने बताया इसमें डीएसएसए की कोई भूमिका नहीं है। इसके लिए प्रदेश समिति द्वारा ज्यूरी बनाई जाती है, जो सर्वश्रेष्ठ धावक व धाविका चुनती है। ज्यूरी ने नियमों के आधार पर सही निर्णय लिया है। यदि किसी खिलाड़ी को कोई आपत्ति है तो वह अगली कार्रवाई कर सकता है।