दिव्यांग बच्चों के लिए प्रेरणा बनी पहचान संस्था
शारीरिक व मानसिक दिव्यांग बच्चों की शिक्षा के लिए पहचान संस्था बेहतरीन कार्य कर रही है। पहचान संस्था की शुरूआत पहली दिसंबर 2014 को गांव चुनाल केंद्रीय विद्यालय के नजदीक की थी। तब से लेकर आज दिन यह संस्था दिव्यांग बच्चों को शिक्षा के साथ आत्मनिर्भर बनाने और सामाजिक धारा से जोड़ने के लिए कार्य कर रही है। संस्था की शुरूआत एक बच्चे से की और आज इस संस्था के तहत 27 बच्चे है जो शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इन बच्चों को संस्था द्वारा कई प्रकार कि सुविधाएं दी जा रही हैं जिसका बच्चों को लाभ मिल रहा है।
संवाद सहयोगी, हमीरपुर : शारीरिक व मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों की शिक्षा के लिए पहचान संस्था बेहतरीन कार्य कर रही है। संस्था की शुरूआत पहली दिसंबर 2014 को चुनाल गांव में की थी। तब से संस्था दिव्यांग बच्चों को शिक्षा के साथ आत्मनिर्भर बनाने और सामाजिक धारा से जोड़ने के लिए कार्य कर रही है। संस्था की शुरूआत एक बच्चे से की थी। वर्तमान में 27 बच्चे संस्था में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इन बच्चों को संस्था द्वारा कई सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। बच्चों को खेलों के अलावा योग, नृत्य, आर्ट एंड क्राफ्ट की ट्रेनिग भी दी जाती है। इसके अलावा बच्चों को चुनौतियों का सामना करने के लिए संस्था में विशेष शिक्षा, थैरेपी, गाइडेंस भी दी जाती है। संस्था दिव्यांगता से ही नहीं समाज की मानसिकता से भी लड़ रही है। पहचान संस्था में बच्चों को शिक्षा के साथ व्यावसायिक प्रशिक्षण भी दिया जाता है। यहां बच्चों को खाना भी खिलाया जाता है। संस्था की प्रबंधक चेतना ठाकुर ने बताया बच्चों को निखारने का श्रेय संस्था के विशेष शिक्षक को जाता है।