ब्यास किनारे 90 कनाल मलकीयत भूमि पर हो रहा अवैध खनन
साहब मेरी मलकीत भूमि पर लगातार अवैध खनन किया जा रहा है लेकिन मेरी कोई फरियाद नहीं सुन रहा ना ही कोई अधिकारी अवैध खनन करने वालों पर कार्रवाई कर रहा है ऐसी गुहार उपमंडल सुजानपुर के धर्म सिंह पुत्र देवीसिंह निवासी गांव वार्ड पंचायत जंगल बेरी ने जिला उपायुक्त से लगाई है । शिकायत पत्र में धर्म सिंह ने बताया उसकी भूमि खसरा नंबर 510 को एक ठेकेदार अपनी धौंस दिखा कर लगातार खोखला कर रहा है ।
संवाद सहयोगी, सुजानपुर : ब्यास किनारे 90 कनाल मलकीत भूमि पर लगातार अवैध खनन किया जा रहा है। लेकिन कोई फरियाद नहीं सुन रहा। उपायुक्त से यह गुहार उपमंडल सुजानपुर के धर्म सिंह पुत्र देवी सिंह निवासी गांव वार्ड पंचायत जंगल बेरी ने लगाई है।
शिकायत पत्र में धर्म सिंह ने बताया उसकी भूमि खसरा नंबर 510 को एक ठेकेदार अपनी धौंस दिखाकर लगातार खोखला कर रहा है। नदी के किनारे इस भूमि पर लगातार अवैध खनन जारी है। संबंधित शिकायत आठ फरवरी को खनन विभाग को भेजी गई । 11 जून को हिमाचल प्रदेश डायरेक्टर ऑफ इंडस्ट्री को भेजी गई पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं इसके बाद एक शिकायत पत्र उपायुक्त हमीरपुर एवं जिला पुलिस अधीक्षक को भेजा गया। जिस पर कार्यालय से संबंधित विषय पर कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए गए और इस विषय पर अलग अलग विभागीय उच्चाधिकारियों को कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए गए। इसके साथ ही यह भी कहा गया कि सात दिन के भीतर कार्रवाई करें और इसकी रिपोर्ट विभाग तक पहुंचाएं। जिला उपायुक्त द्वारा यह निर्देश उपमंडल अधिकारी सुजानपुर के माध्यम से उच्च अधिकारी लोक निर्माण विभाग राजस्व अधिकारी सुजानपुर टोनी देवी खनन अधिकारी हमीरपुर थाना प्रभारी सुजानपुर एवं खंड विकास अधिकारी सुजानपुर को दिए गए उपायुक्त द्वारा शिकायत पर सात दिन के भीतर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए लेकिन छह जून को निर्देश जारी होने के बावजूद आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। शिकायतकर्ता ने बताया उसकी मलकीत भूमि करीब 90 कनाल है जो ब्यास के किनारे हैं अवैध खनन से अधिकतर भूमि पानी में बह गई लेकिन अवैध खनन करने वालों पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने उपायुक्त हमीरपुर से मांग की है कि उपमंडल अधिकारी सुजानपुर के माध्यम से मामले पर जांच करने के निर्देश जारी किए जाएं उपमंडल अधिकारी सुजानपुर शिवदेव सिंह ने बताया अवैध खनन की शिकायत मिलते ही संबंधित विभागीय उच्च अधिकारियों को कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे। मामले की छानबीन करवाई जाएगी।