कमेटियां बना आपदा प्रबंधन के स्रोतों का करें उपयोग
आपदा प्रबंधन तथा इससे होने वाले नुक्सान को कम करने के उददेश्य से मंगलवार को हमीर भवन में उपायुक्त डॉ ऋचा वर्मा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय बैठक आयोजित की गई जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह विभागीय स्तर पर कमेटियां बनाएं तथा आपदा प्रबंधन के तमाम स्त्रोतों का उपयोग करें।
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : आपदा प्रबंधन व नुकसान को कम करने के उद्देश्य से मंगलवार को हमीर भवन में उपायुक्त डॉ. ऋचा वर्मा की अध्यक्षता में जिलास्तरीय बैठक हुई। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह विभागीय स्तर पर कमेटियां बनाएं तथा आपदा प्रबंधन के तमाम स्रोतों का उपयोग करें। प्रत्येक विभाग का सभी विभागों के साथ बेहतर तालमेल होना चाहिए तथा तमाम आपदा प्रबंधन के साधनों जैसे रस्सा, सीढ़ी, कटर तथा जेसीबी हर समय तैयार रखना चाहिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह सरकारी जेसीबी के साथ प्राइवेट जेसीवी को हर समय तैयार रखें तथा उनके चालकों के नाम व मोबाइल फोन नंबर जिला प्रशासन को भी उपलब्ध करवाएं। उन्होंने पुलिस, अग्रिशमन तथा गृहरक्षा विभाग के अधिकारियों को कहा कि वह 11 अक्टूबर को आपदा प्रबंधन को लेकर मॉक ड्रिल का आयोजन करें तथा आपाकालीन स्थिति के दौरान फंसे हुए लोगों को खुली व सुरक्षित जगह पर ले जाने तथा स्कूलों में भूकंप आने पर कमरों को खाली करवाने तथा बच्चों को सुरक्षित स्थान अथवा ग्राउंड में ले जाने , उनके लिए निकास द्वार की जानकारी तथा अध्यापकों को इस बारे जागरूक करें। उन्होंने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को भी निर्देश दिए कि वह प्राइवेट स्कूल बसों की नियमित रूप से चे¨कग करें। प्रत्येक सब डिविजन में एसडीएम कार्यालय में लाइफ जैकेट, टॉर्च तथा आपदा से संबंधित अन्य सामान हर समय तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि 13 अक्तूबर को आपदा प्रबंधन एवं न्यूनीकरण को लेकर 18 से 40 वर्ष आयु वर्ग के पुरूष तथा महिलाएं की हॉफ मैराथन दौड़ का भी आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर एडीसी रतन गौतम, एएसपी बलवीर ठाकुर, जिला राजस्व अधिकारी पवन कुमार शर्मा व अन्य मौजूद रहे।
--------------
उचित मूल्य दुकान पर राशन की समय पर उपलब्धता करें सुनिश्चित
जिलास्तरीय सतर्कता समिति की बैठक उपायुक्त डॉ. ऋचा वर्मा की अध्यक्षता में हुई। इसमें राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 के अंतर्गत चलाई जा रही योजनाओं तथा उनके कार्यन्वयन की समीक्षा की गई। उन्होंने बताया कि योजना के तहत जिला में 2,43,958 लाभार्थियों के चयन का लक्ष्य रखा गया है जिसमें से ग्रामीण क्षेत्रों में 1,84,030 तथा शहरी क्षेत्रों में 7,318 लाभार्थियों का चयन किया गया है। उन्होंने जिला नियंत्रक को निर्देश दिए कि वह प्रत्येक डिपो व उचित मूल्य की दुकान पर राशन की समय पर उपलब्धता को सुनिश्चित करें।