कोरोना की दहशत, आधी रात हुई दुल्हन की विदाई
-गलोड़ के गलोट गांव में आनन-फानन में निपटाई शादी की रस्में -लुधियाना से आए व्यक्ति की रिपोट
-गलोड़ के गलोट गांव में आनन-फानन में निपटाई शादी की रस्में
-लुधियाना से आए व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मचा हड़कंप
- मात्र दो घंटे में निपटाई शादी की सभी रस्में अशोक शर्मा, गलोड़
कोरोना के खौफ के बीच आनन फानन में शादी की रस्में व रिवायतें निपटाने के बाद दुल्हन को भी आधी रात को ही विदाई दे दी गई। मामला हैरान करने वाला है। दरअसल गलोड़ की चंगर पंचायत के गलोट गांव में शुक्रवार रात किरवीं गांव से बारात आई हुई थी। शादी की रस्मों को खुशी-खुशी पूरा भी किया जा रहा था, तभी जिला प्रशासन की तरफ से सूचना मिली कि गांव में एक अगस्त को लुधियाना से आए एक व्यक्ति की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और उसे ले जाने के लिए प्रशासन की टीम गांव पहुंच रही है। बस फिर क्या था, जैसे ही या सूचना लोगों तक पहुंची तो सभी परेशान हो गए। ऐसे में दोनों परिवारों में भी अफरा-तफरी मच गई। शादी में शामिल बड़े बुजुर्गो ने फैसला किया कि जो रस्में सुबह 5:00 से 6:00 के बीच होनी थी उन सभी रस्मों को रात 1:00 बजे से पहले ही निपटा लिया जाए। रात करीब एक बजे दुल्हन की विदाई भी कर दी गई। बहरहाल, स्वजनों को शक था कि कहीं जिला प्रशासन रात को ही पूरे गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित न कर दे, मगर जिला प्रशासन ने सुबह के समय ही गांव के एक वार्ड को कंटेनमेंट जोन घोषित किया। अधिकतर लोगों का कहना था कि दोनों परिवारों ने सोच-समझकर काफी अच्छा निर्णय लिया और समय पर दुल्हन की विदाई की रस्में पूरी कर ली। इस मामले पर स्थानीय पंचायत प्रधान चंगर सुरजीत कुमार व वार्ड पंच नीलम कुमारी ने बताया कि कोरोना की वजह से लोग डरे हुए हैं और उन्होंने कहा कि लोगों को डरना भी चाहिए कुछ लोग बेवजह बाहर घूम रहे हैं, जबकि लोगों को जरूरत के हिसाब से ही घरों से बाहर जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोग सरकार के दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करें।