केंद्रीय विद्यालय भवन न बना तो चुनाव का बहिष्कार
सरकार द्वारा केन्द्रीय विद्यालय नादौन के भवन के निर्माण के लिए दी गई भूमि फोरलेन में आने के बाद इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अविभावकों में सरकार के प्रति रोष व्याप्त है।
संवाद सहयोगी, नादौन : केंद्रीय विद्यालय नादौन के भवन निर्माण के लिए दी गई भूमि फोरलेन में आने के बाद अविभावकों में सरकार के खिलाफ रोष है। अविभावकों ने प्रदेश सरकार, जनप्रतिनिधियों व राजनेताओं को चेतावनी दी है कि यदि नई भूमि शीघ्र अलॉट करके प्रधानमंत्री के दिसंबर में तय कार्यक्रम के अनुसार भवन का शिलान्यास करवाने के लिए कदम नहीं उठाए तो संसदीय चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। अविभावकों का कहना है कि 22 साल से स्कूल दो स्थानों पर नादौन में किराये के भवनों में चल रहा है और इस किराये के भवनों को एक स्कूल के लिए जैसे बनाया जाना चाहिए वैसे नहीं बनाया है। 22 साल से भवन बनाने के लिए भूमि उपलब्ध नहीं करवा पाई और जब दो साल पहले पशु अस्पताल के पास 27 कनाल भूमि अलॉट की गई तो सरकार व जनप्रतिनिधियों के रवैये के कारण भूमि का बहुत बड़ा भाग फोरलेन सर्वे में चला गया। अभी फोरलेन का सर्वे किया जा रहा है और प्रशासन को चाहिए कि इस फोरलेन को साथ लगती खाली पड़ी भूमि से निकाला जाए। अब जबकि केंद्रीय विद्यालय संगठन द्वारा संधोल, बंगाणा तथा नादौन के स्कूल भवनों का नींव पत्थर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिसंबर माह में करवाना है तो नादौन का 22 वर्ष पुराना स्कूल एक बार फिर पिछड़ता नजर आने लगा है। प्रशासन अब इस स्कूल के लिए अन्य स्थानों पर भूमि की तलाश करने में लगा हुआ है। जबकि नादौन में ही सरकार की रेशम पालन विभाग की 23 तथा 73 कनाल भूमि ऐसी है जिससे कोई खास लाभ यहां के लोगों को नहीं मिल रहा है और एनएच 88 किनारे बेकार पड़ी 23 कनाल भूमि तो इस स्कूल के भवन निर्माण के लिए अति उपयुक्त है। उन्होंने चेतावनी देते कहा कि यदि सरकार ने शीघ्र भूमि उपलब्ध न करवाई तो लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।
उधर, एसडीएम नादौन दिलेराम धीमान ने बताया कि बटरान, कलूर सहित अन्य जगह को चयनित किया जा रहा है जहां भी सुविधा अनुसार भूमि पाई जाएगी वह भूमि केंद्रीय विद्यालय के नाम कर दी जाएगी।