आठ साल का कार्यकाल पूरा करने वाले कर्मी किए जाएं नियमित
ऑल हिमाचल पीडब्ल्यूडी, आइपीएच एवं कंट्रेक्चुअल वर्कर्स यूनियन की राज्य कार्यकारणी की बैठक में आठ साल का कार्यकाल पूरा करने वाले कर्मचारियों को नियमित करने की मांग की।
धर्मशाला, जेएनएन : ऑल हिमाचल पीडब्ल्यूडी, आइपीएच एवं कंट्रेक्चुअल वर्कर्स यूनियन की राज्य कार्यकारणी की बैठक मटौर में प्रदेशाध्यक्ष सीताराम सैनी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में यूनियन ने सरकार से लोक निर्माण व सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग में 31 मई, 2006 तक आठ वर्ष का दैनिक स्तर पर कार्य पूर्ण करने वाले श्रेणी तीन के कर्मियों को नियमित करने की मांग की। यूनियन के पदाधिकारियों के मुताबिक इस संबंध में सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले को जानबूझ कर लटका रही है।
मुख्यमंत्री स्वयं इस मामले में हस्तक्षेप कर कर्मियों को न्याय दिलाएं। इसके अलावा 15 मई, 2003 से पहले दैनिक स्तर पर कार्यरत कर्मचारियों को नियमित होने के बाद पेंशन और ग्रेच्युटी भी दी जाए। कर्मचारियों को ग्रेच्युटी उनके दैनिक सेवा काल से लेकर सेवानिवृत्ति तक नियमों के तहत प्रदान की जाए। आइपीएच विभाग में पंप ऑपरेटर, चतुर्थ श्रेणी कर्मियों और फीटर के पदों को भरा जाए। फीटर वर्ग के भर्ती एवं पदोन्नति नियमों में संशोधन करके प्लंबर ट्रेड को भी शामिल किया जाए।
यूनियन ने ठेकेदारी प्रथा को बंद करने की भी मांग उठाई है। यूनियन नेताओं का कहना है कि ठेकेदार नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, जिससे मजदूरों का शोषण हो रहा है। प्रदेश में मजदूरों का न्यूनतम वेतन 15 हजार रुपये प्रतिमाह किया जाए। उन्होंने बताया कि जल्द ही इंटक एक मांगपत्र मुख्यमंत्री को इस संबंध में सौंपेगी। यदि सरकार इसके बावजूद इन मांगों का पूरा नहीं करती है तो हड़ताल की जाएगी। बैठक में रमेश सैनी, जगतार सिंह बैंस, धर्म सिंह सहगल, विनोद चौधरी, दीप धीमान, रमनीश पाधा, रामेश्वर, केशव चौधरी, जगदीश कुमार, मदन लाल शर्मा, अशोक चिब, गुरदास राम, रिखी राम, प्रकाश चौधरी, यो¨गद्र माहल और प्रेम लाल भाटिया मौजूद रहे।