Move to Jagran APP

खड़े स्कूली वाहनों के चालान काटने पर भड़के टैक्सी चालक

शुक्रवार सुबह केंद्रीय विद्यालय योल के समीप खडे़ स्कूली वाहनों के चालान काटने के खिलाफ प्रदर्शन किया।

By Edited By: Published: Fri, 07 Sep 2018 07:47 PM (IST)Updated: Sat, 08 Sep 2018 02:26 PM (IST)
खड़े स्कूली वाहनों के चालान काटने पर भड़के टैक्सी चालक
खड़े स्कूली वाहनों के चालान काटने पर भड़के टैक्सी चालक

योल, जेएनएन। शुक्रवार सुबह केंद्रीय विद्यालय योल के समीप खडे़ स्कूली वाहनों के चालान काटने से वाहन चालक भड़क उठे। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी द्वारा काटे गए चालान के विरोध में चालकों ने आरटीओ के खिलाफ मौके पर ही जमकर नारेबाजी की गई। टैक्सी चालकों में विनोद, विकास, अनिल, अजय, गगन, हेमराज, अमन, दीपराज, रजनीश, सचिन, नरेंद्र, निशांत रोहित, सोनू, राकेश, कपिल, मनजीत, जोगिंद्र बिट्टू, छोटू रिंकू व काका ने बताया कि प्रशासन का इस तरह का तानाशाही रवैया सहन नहीं होगा। उन्होंने कहा कि बेरोजगार युवक जिन्होंने लाखों रुपये का बैंक से कर्ज लेकर वाहन खरीदे हैं और इनसे ही अपनी रोजी रोटी चला रहे हैं।

loksabha election banner

ऐसे में ओवरलोडिंग व बिना वर्दी का हवाला देकर स्कूल के बाहर खड़े खाली वाहनों का चालान काटना कहां का इंसाफ है। वहीं अभिभावकों में संसार, सुरेश, राजकुमार का कहना है कि जो वाहन प्रशासन द्वारा अधिकृत किए गए हैं उनका किराया इतना ज्यादा है कि वह उनकी पहुंच से बाहर है। इसके अलावा ये बड़े वाहन उनके घरों तक नहीं पहुंच पाते हैं। इस विरोध प्रदर्शन मे सेक्रेट हार्ट स्कूल व आधुनिक स्कूल के चालकों ने भाग लिया।

नियमों का उल्लंघन करने पर काटे चालान चालकों के आरोप निराधार हैं। ऐसा कुछ नहीं है। आठ वाहनों के चालान किए गए हैं जिनमें पांच निजी वाहनों में बच्चे ठूस-ठूस कर भरे थे। तीन टैक्सियों जिनके कागजात पूरे नहीं थे, के चालान काटे गए हैं। जहां तक निजी वाहनों का सवाल है उन्हें दायरे में रह कर बच्चे ढोने चाहिए, ताकि स्कूली बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ न हो। डॉ. मेजर विशाल शर्मा, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.