टांडा अस्पताल में असफल हुए आंखों के ऑपरेशन, 10 की रोशनी गई
हिमाचल प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल डॉ राजेंद्र प्रसाद मेडीकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा में आंखों के आपरेशन असफल होने से 10 लोगों की आंखों की रोशनी जाने का मामला सामने आया है
धर्मशाला [जेएनएन] : हिमाचल प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल डॉ राजेंद्र प्रसाद मेडीकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा में आंखों के आपरेशन असफल होने से 10 लोगों की आंखों की रोशनी जाने का मामला सामने आया है। टांडा अस्पताल में 14 दिसंबर को हुए आंखों के आपरेशन में सभी मरीजों की अभी तक रोशनी नहीं आ पाई है।
पढ़ें: हिमाचल में बनने वाली दवाओं की गुणवत्ता पर उठे सवाल
जानकारी अनुसार 13 दिसंबर को यहां 10 मरीज आंखों के आपरेशन करवाने के लिए भर्ती हुए थे। इनकार 14 दिसंबर को आपरेशन हुआ। 15 दिसंबर को अस्पताल से छुटी के समय दी गई दवाई अांखों में डालते ही पानी चलना आरंभ हो गया। जब फिर से यह सभी मरीज दोबारा अस्पताल में आए तो टांडा स्थित अस्पताल में डॉक्टरों के पास इस का कोई समाधान न था।
पढ़ें: अब एक ही गोली खाएंगे टीबी मरीज
फिर आनन-फानन में सभी मरीजों को अन्य अस्पतालों में रैफर कर दिया गया। इन मरीजों में तीन मरीजों का अभी मारंडा स्थित रोटरी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
जबकि दो मरीजों को पीजआई चंडीगढ़ रेफर किया गया है। इन मरीजों में खैराती लाल (नगरोटा सूरियां), त्रिलोक चंद, (कोठियां नगरोटा बगवां) व ईशा कुमारी (सोलदा कोटला) अभी मारंडा स्थित रोटरी अस्पताल में उपचाराधीन है। इस बारे अभी टांडा अस्पताल प्रशासन कुछ बोलने को तैयार नहीं है।