टांडा मेडिकल कॉलेज में टेस्ट के लिए धक्के खा रहे मरीज
जागरण संवाददाता, टांडा : डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कांगड़ा स्थित टांडा
जागरण संवाददाता, टांडा : डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कांगड़ा स्थित टांडा में कई अहम टेस्ट न होने से मरीजों को धक्के खाने पड़ रहे हैं। हैपेटाइटिस बी व सी समेत कई अहम टेस्ट न होने से गर्भवती महिलाओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
टांडा मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब में एचबीएस (हैपेटाइटिस बी), एचसीवी (हैपेटाइटिस सी) समेत बच्चों व बड़ों में संक्रमण के लिए करवाए जाने वाले सीआरपी, एएसओ टेस्ट करीब एक माह से नहीं हो रहे हैं। वहीं पैथोलॉजी लैब में भी क्लोटिंग या ब्लीडिंग का पता लगाने के लिए होने वाले पीटीआइ व आइएनआर टेस्ट सप्ताह से बंद हैं। बताते हैं ये कुछ अहम टेस्ट हैं जो गर्भवती महिलाओं व ऑपरेशन से पहले करवाए जाते हैं। लेकिन इन टेस्टों के न होने से गर्भवती महिलाओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गर्भवती महिलाएं पहले टेस्ट करवाने के लिए अस्पताल की सरकारी लैब में लाइन में लगती हैं। वहां जब उनकी बारी टेस्ट करवाने के लिए आती तो कह दिया जाता है कि ये टेस्ट यहां नहीं होंगे। एसआरएल लैब में करवा लीजिए। उसके बाद वे एसआरएल लैब के बाहर लाइन में लगने को मजबूर होती हैं। इससे मरीजों के साथ-साथ तीमारदारों की दिक्कतें भी बढ़ गई हैं।
वहीं, कुछ टेस्ट सरकारी लैब व कुछ निजी लैब में होने के कारण भी परेशानी हो रही है। टेस्टों के लिए खून देने से उन्हें बार-बार दर्द झेलना पड़ रहा है।
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सरकारी लैब में टेस्ट न होने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। डेंगू किट समाप्त होने की जानकारी मिली थी, जिसे उपलब्ध करवा दिया गया है। अन्य सामान की भी डिमाड दी जाती है तो उसको उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
-डॉ. गुरदर्शन गुप्ता, चिकित्सा अधीक्षक टांडा मेडिकल कॉलेज।