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नाके से बचने के चक्कर में ले ली छात्रा की जान

पुलिस के नाके को देखकर नाबालिग ने अपना रास्ता बदल दिया, जो पैदल चल रही अंकिता के जीवन पर भारी पड़ा। दुर्घटना उस समय घटी जब नाबालिग अपनी बाइक पर एक अन्य बाइक चालक के साथ बाइक रेस कर रहा था।

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 Sep 2018 08:00 AM (IST)Updated: Sat, 29 Sep 2018 08:00 AM (IST)
नाके से बचने के चक्कर में ले ली छात्रा की जान
नाके से बचने के चक्कर में ले ली छात्रा की जान

जागरण संवाददाता, धर्मशाला : पुलिस के नाके को देखकर नाबालिग ने अपना रास्ता बदल दिया, जो पैदल चल रही अंकिता के जीवन पर भारी पड़ा। हादसा उस समय हुआ जब वह अपनी बाइक पर एक अन्य बाइक चालक के साथ रेस लगा रहा था। उसने जब पुलिस थाना के बाहर लगे नाके को देखा तो वह सीधे रोड से जाने की बजाय डिपो बाजार की ओर मुड़ गया। राष्ट्रीय राजमार्ग से 10 मीटर दूरी पर ही नालाबिग ने अंकिता को टक्कर मार दी और फरार हो गया।

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सूत्रों के मुताबिक नाके पर तैनात पुलिस कर्मी तुरंत मौके पर जाने की बजाय भीतर की ओर भागे, जिसके चलते आरोपित को गिरफ्तार करने में समय लग गया। बिलासपुर से केंद्रीय विश्वविद्यालय में एमबीए टूअर एंड ट्रेवल की पढ़ाई करने आई अंकिता ने वीरवार को विश्व पर्यटन विभाग के विभिन्न स्थानों पर पर्यटन दिवस मनाया था, जिसमें सीयू धौलाधार परिसर में सरस्वती वंदना और बस स्टैंड धर्मशाला में पर्यटकों को स्वागत किया। इसके बाद वह दो दोस्तों के साथ सकोह में अपने क्वार्टर को जा रही थी।

बड़ी बात यह है कि न तो पुलिस की तीसरी आंख सीसीटीवी कैमरे में घटनाक्रम को सुलझाने में कोई मदद की और न ही पुलिस ने रात को बड़े स्तर पर कोई कार्रवाई करने की जबमत उठाई। बाद में जब सीयू के ही कुछ छात्रों ने गुप्त सूचना पुलिस तक पहुंचाई तो पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार किया।

हालांकि नाबालिग के साथ रेस लगाने वाले युवक कोतवाली बाजार से शहीद स्मारक पहुंच गए थे, जबकि बड़ी देर तक वह वहां नहीं पहुंचा। जब शहीद स्मारक से युवक ने आरोपित को फोन किया तो उसने फोन पर उन्हें सारी वारदात बात दी और इस संबंध में किसी को भी बताने से मना कर दिया।

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नालाबिग को थमा दी परिवार ने ढाई लाख की बाइक

सूत्रों के मुताबिक आरोपित के पिता वन विभाग के अधिकारी पद पर तैनात हैं। इसी वजह से उन्होंने अपने नाबालिग बेटे को ढाई लाख रुपये की महंगी बाइक खरीदकर दी थी।

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थाने के 500 मीटर की दूरी पर छिपा रहा आरोपित

पुलिस हादसे को अंजाम देने के बाद आरोपित नाबालिग को तलाशने के लिए इधर-उधर भटकती रही। लेकिन वह थाने से करीब 500 मीटर दूरी पर अपने घर में छिपा रहा। जब सीयू के ही छात्रों ने आरोपितों की सूचना दी तो पुलिस ने भी मामले पर चुस्ती दिखते हुए आरोपित को गिरफ्तार किया।


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