नगर निगम की कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी
मैक्लोडगंज में तिब्बती संस्था को कार्यक्रम आयोजन की स्वीकृति देने के मामले में कर्मचारी से जवाब मांग गया है
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : मैक्लोडगंज में तिब्बती संस्था को कार्यक्रम आयोजन की स्वीकृति देने की एवज में 50 हजार रुपये की धोखाधड़ी और नगर निगम की बिल बुक गायब होने के मामले में निगम की कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी हुआ है। महिला से जवाब मांगा गया है कि निगम की बिल बुक कैसे गायब हुई है। धोखाधड़ी का मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने शुक्रवार को नगर निगम के कर्मचारियों के बयान भी कमलबद्ध किए और तिब्बती संस्था के पदाधिकारियों को मामले में पक्ष रखने को कहा गया है।
सूत्रों के मुताबिक जो बिल बुक गायब हुई है वह नगर निगम के पूर्व अधिकारी के नाम पर जारी हुई थी। अधिकारी ने अपने स्थानांतरण के बाद 40 पन्नों वाली यह बिल बुक उक्त महिला कर्मचारी को दी थी, जिसमें तीन बिल पहले से ही कट चुके थे। इसके बाद निगम प्रशासन ने बिल बुक गायब होने के शिकायत सदर थाना धर्मशाला में दर्ज करवाई थी। महिला कर्मचारी को बिल बुक गायब होने पर कारण बताओ नोटिस भी जारी हुआ था। वहीं वीरवार को नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त सुखदेव ¨सह ने निगम के ही किसी कर्मचारी पर 50 हजार रुपये की धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया है।
सदर थाना प्रभारी सुनील राणा ने बताया कि धोखाधड़ी के इस मामले की छानबीन की जा रही है। नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त सुखदेव ¨सह ने बताया कि निगम प्रशासन भी अपने स्तर पर जांच कर रहा है कि 50 हजार रुपये को घोटाला किसने किया।
यह है मामला
मैक्लोडगंज में दलाईलामा मंदिर के पास पार्किंग में तिब्बती संस्था के सात दिवसीय कार्यक्रम के आयोजन की स्वीकृति के लिए आवेदन किया था। दलाईलामा के सुरक्षा के मद्देनजर उक्त आवेदन रद कर दिया था। इसके बाद नगर निगम के किसी कर्मचारी ने संस्था को मंजूरी दे दी और संस्था से 50 हजार रुपये लेकर पर्ची भी काट दी। मामला सरकार तक पहुंचने के बाद निगम ने जांच शुरू की।
बिल बुक गायब होने पर निगम की महिला कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी हुआ है। अभी तक उक्त कर्मचारी का पक्ष आना बाकी है।
दवेंद्र जग्गी, उपमहापौर नगर निगम धर्मशाला।