सोचिए मत यह अस्पताल नहीं सैलून है जनाब
- धर्मशाला में सैलून ने खोले ग्राहकों के लिए द्वार - पहले दिन आठ पहुंचे सैलून सेवा के लिए जागरण संवाददाता धर्मशाला धर्मशाला में स्वास्थ्य विभाग के प्रशिक्षण के बाद एक सैलून ने अपने द्वार खोल दिए। अब जब सैलून खुला तो अलग ही नजारा नजर आया। पहले विशेष ड्रेस में नजर आने वाले सैलून वर्कर अब पीपीई किट के साथ दिखे। किट पहने हुए मुंह ढका हुआ और हाथ में ग्लब्ज इन एहतियातों के साथ सेवाएं शुरू की तो पहले दिन आठ कस्टमर भी पहुंच गए। लॉकडॉउन व कर्फ्यू के बाद अधिकारिक तौर पर कोई सैलून खुला और उसकी सेवाएं लेने के लिए उपभोक्ता पहुंचे। लेकिन पहले जैसा कुछ नहीं था अब सैलून भी बदला बदला सा नजर आया। हालांकि सैलून संचालक को उसके कस्टमर फोन कर रहे थे कि कब यह सैलून खुलेगा। सैलून खुलते ही उपभोक्ताओं ने भी राहत ली है। कुछ उपभोक्ता सैलून तक पहुंचे।
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : यह कोई क्लीनिक या अस्पताल नहीं सैलून है जनाब। जी हां! लॉकडाउन के बाद बुधवार को धर्मशाला में स्वास्थ्य विभाग के प्रशिक्षण के बाद एक सैलून खोला गया तो अलग ही नजारा देखने को मिला। पहले विशेष ड्रेस में नजर आने वाले सैलून वर्कर अब पीपीई किट में दिखे। मुंह ढका हुआ था और हाथों में दस्ताने पहने थे। पहले दिन मात्र आठ ही ग्राहक पहुंचे।
कुछ युवकों ने हेयर कटिग के साथ दाढ़ी बनाई तो एक व्यक्ति ने मसाज भी करवाई। एक महिला ने बालों को कलर करवाया। संचालक जतिन ने बताया कि प्रशिक्षण के बाद सैलून खोल दिया है। स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के मुताबिक ही कार्य किया जा रहा है। पीपीई किट पहनकर कटिग की जा रही है। हालांकि पीपीई किट के साथ काम करना दिक्कत भरा है। उन्होंने बताया कि सैलून में एसी न होने से पीपीई किट से ज्यादा गर्मी लग रही है। बकौल जतिन, इतने दिनों बाद जब सैलून खुला है तो अच्छा लग रहा है। उन्होंने बताया कि शारीरिक दूरी का भी ध्यान रखा जा रहा है।
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ज्वालामुखी में बाल कटवाने के लिए अब देने होंगे 100 रुपये
संवाद सूत्र, सपड़ी : ज्वालामुखी बार्बर यूनियन की बैठक में बुधवार को कार्यकारिणी का गठन किया गया। इस दौरान अशोक कुमार प्रधान, अंकुश वरिष्ठ उपप्रधान, सुधीर कुमार उपप्रधान, सुनील कुमार सचिव व सलाहकार कृपाल चंद को नियुक्त किया गया। राहुल, अजय, लक्की, बिटू, अश्वनी, सचिन व चेतन को सदस्य बनाया गया। इस अवसर पर यूनियन ने फैसला लिया कि सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए अब कटिंग का रेट 100 रुपये निर्धारित किया है। डाई करवाने पर भी 100 रुपये वसूले जाएंगे। अशोक कुमार ने बताया कि अब कोई भी बार्बर ज्वालामुखी उपमंडल में घर-घर जाकर कटिग नहीं करेगा। अगर कोई ऐसा करता हुआ पकड़ा गया तो यूनियन उससे जुर्माना वसूलेगी। उन्होंने यूनियन सदस्यों को सरकार के निर्देशों के अनुसार ही कार्य करने के निर्देश दिए हैं।