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बड़ा भंगाल को कुल्लू से भेजा राशन

जिला कांगड़ा के सबसे दुर्गम क्षेत्र बड़ा भंगाल के लिए आखिर राशन की पहली खेप कुल्लू की पतलीकूहल से रवाना कर दी गई

By JagranEdited By: Published: Fri, 10 Aug 2018 09:12 PM (IST)Updated: Fri, 10 Aug 2018 09:12 PM (IST)
बड़ा भंगाल को कुल्लू से भेजा राशन
बड़ा भंगाल को कुल्लू से भेजा राशन

संवाद सहयोगी, बैजनाथ : जिला कांगड़ा के सबसे दुर्गम क्षेत्र बड़ा भंगाल के लिए आखिर राशन की पहली खेप रवाना हो गई। यह सामग्री जिला कुल्लू के पतलीकूहल से भेजी गई। करीब साढ़े तीन क्विंटल राशन खच्चरों के जरिये बड़ा भंगाल भेजा गया है। कांगड़ा जिला के अधिकारियों ने पतलीकूहल से इस राशन को रवाना किया। चार दिन बाद यह खेप बड़ा भंगाल पहुंचेगी।

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गौर रहे कि बड़ा भंगाल के लिए बरसात से पहले राशन चला जाता था, लेकिन इस बार पलचान के पास रास्ता बंद होने से खेप नहीं नहीं जा पाई। इसके बाद उपायुक्त कांगड़ा संदीप कुमार ने हेलीकाप्टर से राशन भेजने का मामला सरकार के समक्ष उठाया। इसकी अनुमति भी मिल गई लेकिन मौसम साफ न होने के कारण हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाया। फिर पतलीकूहल से होकर राशन को भेजने का निर्णय लिया गया। इस कड़ी में शुक्रवार को राशन की पहली खेप भेजी गई। जिलाधीश संदीप कुमार ने बताया कि साढ़े तीन क्विंटल राशन में चावल, तेल और नमक आदि बड़ा भंगाल भेजा गया हे। पहले चंबा से हेलीकॉप्टर के माध्यम से बड़ा भंगाल के लिए राशन व अन्य जरूरी सामान भेजने का प्रयास किया था। खराब मौसम की वजह से हेलीकॉप्टर की उड़ान नहीं हो पाई। इसलिए अब इस रास्ते से राशन भेजा रहा है। दूसरी खेप शनिवार को घोड़ों के जरिये ही भेजी जाएगी।

प्रशासनिक टीम की देखरेख में बंटेगा राशन

बड़ा भंगाल में राशन का वितरण सही तरीके से हो, इसके लिए छह सदस्यीय टीम वहां पहुंच चुकी है। इसमें ग्राम पंचायत प्रधान व पंचायत सचिव, पटवार वृत बड़ा भंगाल के पटवारी, राजकीय माध्यमिक पाठशाला बड़ा भंगाल के मुख्याध्यापक व सिविल सप्लाई के प्रभारी मदन लाल और निरीक्षक वहां पहुंच चुके हैं। बताया जा रहा है कि खाद्य सामग्री के बड़ा भंगाल पहुंचते ही टीम की देखरेख में ग्रामीणों में सही तरीके से वितरण कर दिया जाएगा।

बरसात के बाद शुरू होगा पुल का काम

पलाचक में भू-स्खलन से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए विकास खंड बैजनाथ से गई दो सदस्यीय टीम लौट आई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि बदहाल हुए पैदल रास्ते की मरम्मत व आकलन के बाद मार्ग को फिर बहाल करने के लिए प्रशासन बरसात के बाद काम शुरू कर सकता है।


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