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बजट 2018: रेल व हवाई सेवा को उम्मीद के पंख

बजट मे हिमाचल मे रेल व हवाई विस्तार के लिए सीधी कोई घोषणा नही हुई है लेकिन विलामंत्री की ओर से की गई दो घोषणाओ ने ये संकेत दिए है कि यहां भी विकास होगा।

By Edited By: Published: Fri, 02 Feb 2018 03:00 AM (IST)Updated: Fri, 02 Feb 2018 03:25 PM (IST)
बजट 2018: रेल व हवाई सेवा को उम्मीद के पंख
बजट 2018: रेल व हवाई सेवा को उम्मीद के पंख

धर्मशाला, मुनीष दीक्षित। आम बजट मे जिला कांगड़ा मे इस बार दो बड़े प्रोजेक्टो को आगे बढ़ने की उम्मीद को पंख लग सकते है। हालांकि ये पंख कितनी उड़ान भर पाते है तो यह तो आने वाला समय ही बता पाएगा। वित्तमंत्री की ओर से भारतीय रेलवे को ब्रॉडगेज करने और हवाई अड्डो का विस्तार करने की घोषणा ने यहां भी उम्मीदे बढ़ा दी है। हालांकि बजट मे हिमाचल मे रेल व हवाई विस्तार के लिए सीधी कोई घोषणा नही हुई है लेकिन वित्तमंत्री की ओर से की गई दो घोषणाओ ने ये संकेत दिए है कि यहां भी विकास होगा।

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नेरोगेज रेलमार्ग को जगी ब्रॉडगेज की आस

कांगड़ा के बड़े हिस्से से पठानकोट-जोगेद्रनगर रेलमार्ग गुजरता है। अंग्रेजो के शासनकाल मे निर्मित यह रेलमार्ग अब भी नेरोगेज है। इसके विस्तार की आजादी के बाद से लगातार आवाज उठती रही है, लेकिन हर बजट मे आश्वासनो का झुनझुना ही मिलता रहा है। यहां तक की मौजूदा रेल व्यवस्था भी साल मे कई माह तक हांफी रहती है। विलामत्री अरुण जेटली ने भारतीय रेलवे के लिए 1 लाख 48 हजार करोड़ रुपये का आवटन करने का ऐलान किया है। साथ ही बड़ी घोषणा की है कि भारतीय रेलवे को ब्रॉडगेज किया जाएगा। ऐसे मे संभावना है कि इस बार कर्नल बीसी बैट्टी की ओर से निर्मित नेरोगेज रेलमार्ग भी ब्रॉडगेज होगा।

कांगड़ा एयरपोर्ट का भी हो सकता है विस्तार

 नागर विमानन क्षेत्र मे हवाई अड्डा क्षमता मे पाच गुना विस्तार के लिए एक वर्ष मे एक बिलियन खर्च करने की घोषणा ने कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तार की भी संभावना जगा दी है। नब्बे के दशक मे बना यह एयरपोर्ट अभी काफी छोटा है और इसका विस्तार कई सालो से बजट के अभाव मे लटका हुआ है। अगर इस बार बजट का कुछ प्रतिशत भी यहां खर्च होता है तो एयरपोर्ट का विस्तार भी तय है।

'बजट निश्चित रूप से जिला कांगड़ा मे रेल व हवाई ढांचे को मजबूत करने के संकेत दे गया है। अगर यहां रेल व हवाई विस्तार होता है तो यह विकास की दृष्टि से एतिहासिक होगा।'

-प्रो. संजीव शर्मा, अर्थशास्त्री

90 साल से चल रही नेरोगेज

कांगड़ा घाटी मे अब भी अंग्रेजो के समय मे बनी कांगड़ा घाटी रेल ही चल रही है। 1929 से शुरू हुआ यह नेरोगेज रेलमार्ग अब भी यहां के लोगो को सुविधा दे रहा है लेकिन ब्रॉडगेज रेलमार्ग की तरह कोई लाभ नही दे पा रहा है। ऐसे मे करीब 165 किमी लंबे इस मार्ग के अब ब्रॉडगेज होने की उम्मीद है। नब्बे के दशक मे बने कांगड़ा एयरपोर्ट का भी अब विस्तार हो सकता है। विस्तार न होने से यहां अभी तक केवल छोटे जहाज ही उतर पाते है।

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