निर्वासित सरकार के अध्यक्ष व संसद के लिए प्रारंभिक चुनाव तीन जनवरी को
जागरण संवाददाता धर्मशाला केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के मुख्य चुनाव आयोग ने निर्वासित सरकार के अध्
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के मुख्य चुनाव आयोग ने निर्वासित सरकार के अध्यक्ष और तिब्बती संसद चुनाव की घोषणा कर दी है। प्रारंभिक चुनाव तीन जनवरी जबकि अंतिम 11 अप्रैल, 2021 को होगा। यह घोषणा सोमवार को धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत में अतिरिक्त चुनाव आयुक्त डेलेक वांग्मो व सोनम ग्यालत्सेन के साथ मुख्य चुनाव आयुक्त वांगडू शेरिग पेसूर ने की। उन्होंने बताया कि ग्रीन बुक में दर्ज लोग ही मतदान के लिए अधिकृत होंगे।
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यह होगी चुनाव प्रक्रिया
चुनाव आयोग अध्यक्ष पद के अंतिम चुनाव के लिए दो उम्मीदवारों को शार्टलिस्ट करेगा। प्रारंभिक चरण में सभी तिब्बती मतदाता मतदान करेंगे। इस दौरान जिस उम्मीदवार को सबसे अधिक मत प्राप्त होंगे वह अगले दौर में प्रवेश करेगा। यदि प्रारंभिक दौर में दोनों उम्मीदवारों को एक समान वोट मिलते हैं तो उनके साथ तीन अन्य उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में होंगे। इसके बाद अंतिम निर्णय दूसरे चरण के चुनाव में होगा और उसमें अध्यक्ष समेत संसद सदस्य चुने जाएंगे। इस समय निर्वासित तिब्बती संसद में 45 सदस्य हैं जबकि सरकार में अध्यक्ष समेत आठ सदस्य हैं।
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मतदाता पंजीकरण का कार्य शुरू
संसद व सरकार के गठन के लिए मतदाता पंजीकरण का कार्य पहली सितंबर से शुरू हो चुका है और यह 15 अक्टूबर तक चलेगा। पंजीकरण 18 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं का होगा। जून 2016 में निर्वासित सरकार यानी कशाग व संसद का गठन हुआ था। पांच वर्ष की अवधि 2021 में खत्म होगी और 17वीं संसद व 16वीं कशाग का गठन किया जाएगा।
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क्या है ग्रीन बुक
ग्रीन बुक यानी जो तिब्बती वर्ष में स्वेच्छा से कुछ न कुछ पैसे निर्वासित सरकार को देता है वह ही मतदान में भाग ले सकता है। ग्रीन बुक में शामिल न होने वाले तिब्बती को मतदान का अधिकार नहीं होता है।
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कहां हैं तिब्बती
भारत के अलावा भूटान, उत्तरी अमेरिका, यूरोप समेत अन्य देशों में भी तिब्बती रहते हैं। ये सभी लोग सरकार व संसद के गठन में भाग लेते हैं। मतदान प्रक्रिया उसी जगह से करवाई जाती है, जहां तिब्बती रह रहे होते हैं।
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पूर्व केंद्रीय मंत्री के निधन पर जताया शोक
केंद्रीय तिब्बती प्रशासन ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के निधन पर शोक जताया है। निर्वासित सरकार के अध्यक्ष डॉ. सांग्ये ने कहा कि जसवंत सिंह दिग्गज नेता थे। शोक संदेश में डॉ. सांग्ये ने कहा कि जसवंत सिंह अग्रणी राजनेता थे और विदेश मंत्री के रूप में विभिन्न देशों के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई थी।