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पौंग का लुत्फ उठाने के लिए चुकाना होगा शुल्क

पौंग झील का नजारा देखने के लिए अब पर्यटकों को सौ से तीन सौ रुपये शुल्क अदा करना पड़ेगा। ऊपर से 10 रुपये पार्किंग फीस अलग से भरनी पड़ेगी। ये नियम सात जनवरी से लागू हो जाएंगे। वहीं पौंग झील में प्रवासी पक्षियों की

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 Jan 2019 09:26 PM (IST)Updated: Fri, 04 Jan 2019 09:26 PM (IST)
पौंग का लुत्फ उठाने के लिए चुकाना होगा शुल्क
पौंग का लुत्फ उठाने के लिए चुकाना होगा शुल्क

रक्षपाल धीमान, नगरोटा सूरियां

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पौंग झील का नजारा देखने के लिए अब पर्यटकों को 100 से 300 रुपये शुल्क अदा करना पड़ेगा। 10 रुपये पार्किंग फीस अलग से भरनी पड़ेगी। यह व्यवस्था जनवरी से लागू हो जाएंगे। पौंग बांध जलाशय जैव विविधता एवं संरक्षण सोसायटी ने फैसला लिया है कि वर्ड सेंक्चुअरी अधिनियम सख्ती से लागू किया जाएगा। सात जनवरी से कोई भी पर्यटक गाड़ी पौंग बांध जलाशय क्षेत्र में नहीं ले जा पाएगा। पर्यटकों को अपना वाहन नगरोटा सूरियां के गांव सुगनाड़ा में बने प्रवेश द्वार पर 10 रुपये पार्किंग शुल्क दे कर पार्क करना पड़ेगा। यहां वन्य प्राणी विभाग ने पर्यटकों को पौंग झील क्षेत्र का नजारा देखने के लिए साइकिल व बैटरी चलित आठ सीटों वाला वाहन उपलब्ध करवा दिया है। पर्यटकों को साधारण साइिकल का 111 रुपये व गेयर वाली साइिकल का 300 रुपये प्रति घंटा किराया देना पड़ेगा। वन्य प्राणी विभाग ने पर्यटकों की सुविधा के लिए 15 साधारण और 10 गेयर वाली साइकिलें खरीदी हैं और सात जनवरी को इनका शुभारंभ जवाली के विधायक अर्जुन ठाकुर करेंगे।

विभाग ने पर्यटकों के रहने की सुविधा के लिए नगरोटा सूरियां व धमेटा में पर्यटक हट व टेंट की भी व्यवस्था की है। पर्यटक हट का दो हजार रुपये और टेंट का एक हजार रुपये एक रात का शुल्क देना होगा। वहीं, पौंग झील में प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा के लिए ¨वग ने चौपहिया मोटरसाइकिल भी वर्ड वाचरों को उपलब्ध करवा दिए हैं। इनकी खूबी यह है कि ये दलदल क्षेत्र को भी पार कर जाते हैं।

वन्य प्राणी विभाग हमीरपुर के डीएफओ के नेतृत्व वाली पौंग बांध जलाशय जैव विविधता एवं संरक्षण सोसाइटी में वन्य प्राणी ¨वग के अधिकारी, देहरा, जवाली व नूरपुर के एसडीएम व डीएसपी, पर्यटन विभाग, मत्स्य विभाग व बीबीएमबी के अधिकारी शामिल हैं।

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ये हैं आकर्षण

पौंग झील में अक्टूबर से मार्च तक रूस, चीन, साइवेरिया से आने वाले प्रवासी प¨रदे पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। मई में झील के बीचोंबीच स्थित रेंसर गढ़ी टापू के लिए नगरोटा सूरियां से वाहन योग्य रास्ता खुल जाता है और टापू देखने के लिए बरसात में रास्ता बंद होने तक पर्यटकों का तांता लगा रहता है।

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पौंग झील में पर्यटकों की सुविधा के लिए सरकार की ओर से बैटरी चलित वाहन, साइकिल व मोटरबोट उपलब्ध करवाए हैं। संबंधित विधायक अर्जुन ठाकुर सात जनवरी को इनका शुभारंभ करेंगे।

-कृष्ण कुमार, डीएफओ वन्य प्राणी ¨वग हमीरपुर।


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