डरोह में ही रहेगा पीटीसी, भराड़ी में खुलेगी अकादमी
पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह को यहां से शिफ्ट करने की कयासों को पुलिस महानिदेशक ने विराम लगा दिया है। पीटीसी डरोह में हुई पुरूष पुलिस जवानों की पासिग आउट परेड़ के बाद अनौपचारिक बातचीत में डीजीपी एसआर मरड़ी ने कहा कि पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय को डरोह से स्थानांतरित नहीं किया जाएगा बल्कि शीघ्र ही शिमला के भराड़ी में पुलिस प्रशिक्षण अकादमी शुरू की जाएगी।
संवाद सहयोगी, पालमपुर : पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह को यहां से शिफ्ट करने के कयासों पर पुलिस महानिदेशक ने विराम लगा दिया है। पीटीसी डरोह में हुई पुरूष पुलिस जवानों की पासिग आउट परेड के बाद अनौपचारिक बातचीत में डीजीपी एसआर मरड़ी ने कहा कि पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय को डरोह से स्थानांतरित नहीं किया जाएगा, बल्कि शीघ्र ही शिमला के भराड़ी में पुलिस प्रशिक्षण अकादमी शुरू की जाएगी। पुलिस प्रशिक्षण नियमों के अनुसार प्रदेश में पुलिस अकादमी, पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय, पुलिस स्कूल की स्थापना करने का प्रावधान है, लेकिन हिमाचल में पुलिस अकादमी नहीं है, इसलिए पुलिस प्रशासन और सरकार ने भराड़ी में पुलिस अकादमी शुरू करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इसमें एचपीएस और आइपीएस की बेसिक ट्रेनिग के साथ साथ जवानों को सेवाकाल के दौरान अन्य जरूरी कोर्स में भी करवाएं जाएंगे। पुलिस विभाग से संबंधित प्रतिदिन न्यायालय से पारित नए-नए निर्णय की अनुपालना हमारे लिए कानूनन जरूरी हैं, इसलिए आवश्यक हो गया है कि प्रदेश में पुलिस अकादमी खोली जाए। उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनावों के दौरान सुरक्षागत पुलिस प्रशासन सजग है। इस बार प्रदेश पुलिस की नौ कंपनियां उत्तराखंड ड्यूटी पर जाएंगी, जिनमें छह कंपनियां भेज दीं हैं और शेष तीन कंपनियां नए पास आउट जवानों की बनाकर उन्हें उत्तराखंड भेजा जाएगा। नए जवानों को परेड के बाद घर जाने का अवसर नहीं दिया जाएगा, बल्कि सीधे उत्तराखंड ड्यूटी पर भेजा जाएगा। चुनावों को ध्यान में रखते हुए ही इस बार नए जवानों की पासिग आउट परेड जल्द करवाई गई है। पुलिस भर्ती को लेकर आमंत्रित किए आवेदकों की छंटनी और शारीरिक दक्षता एवं ग्राउंड टेस्ट आचार संहिता खत्म होने के बाद होगा। ई-चालान शुरू करने वाला हिमाचल है देश का पहला राज्य
पुलिस ने प्रदेश भर में ई-चालान सिस्टम शुरू किया है। इस सिस्टम के तहत अगर किसी भी व्यक्ति का चालान होता है या अपराधिक मामला दर्ज होता है तो उनका पूरा रिकार्ड ऑनलाइन दर्ज हो जाएगा। एक भी व्यक्ति के तीसरी बार चालान होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ई-चालान प्रणाली शुरू करने वाला हिमाचल देश का पहला राज्य है। इससे अपराधिक गतिविधियों के बार बार संलिप्त रहने वाले लोगों की छंटनी करना भी आसान होगा। पुलिस विभाग शीघ्र ही एक करेाड़ 70 लाख रुपये का एक जैमर खरीद रहा है जो वीआइपी मूवमेंट में काम आएगा।