बढ़ल में कब्रिस्तान बनाने का विरोध
प्रशासन द्वारा बढ़लठोर में कब्रिस्तान के लिए ¨चहित भूमि विवादों के घेरे में आ गई है।
संवाद सूत्र, जसवां-परागपुर : बढ़ल में कब्रिस्तान के लिए चिह्नित भूमि विवादों में आ गई है। ग्रामवासियों ने चिह्नित भूमि पर कब्रिस्तान बनाने का विरोध किया है। स्थानीय पंचायत समिति सदस्य नीना शर्मा की अगुआई में ग्रामीणों ने देहरा के एसडीएम धनवीर ठाकुर को शिकायत पत्र सौंपा है। इसमें कहा है कि पटवार सर्कल बढ़ल के कानूनगो व पटवारी ने कब्रिस्तान के लिए जिस जगह को चिह्नित किया है वहां पर किसी भी सूरत में कब्रिस्तान बनने नहीं दिया जाएगा।
ग्रामीणों का आरोप है कि संबंधित कानूनगो व पटवारी ने एक तरफा रिपोर्ट बना डाली, जबकि आसपास के जमीन मालिकों को किसी भी प्रकार की सूचना नहीं दी गई। पत्र में कहा गया है कि काका राम, ज्ञानचंद, तिलक राज, कमलेश कुमारी, मनजीत सिंह व श्रेष्टा देवी आदि की जमीन चिह्नित भूमि के साथ लगती है, लेकिन राजस्व विभाग के कर्मियों ने गुपचुप कब्रिस्तान के पक्ष में रिपोर्ट तैयार कर ली। बीडीसी मेंबर नीना शर्मा ने बताया कि चिह्नित भूमि के 200 मीटर दूरी पर बगलामुखी माता का मंदिर, वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल, बाबा जतिदास मंदिर सहित दो प्राइवेट स्कूल हैं और यह रिहायशी इलाका है। ग्रामीणों ने एसडीएम देहरा को लिखे पत्र में कब्रिस्तान के लिए जगह भी सुझाई है। उधर, इस पूरे मामले के संज्ञान में आने पर ¨हदू संगठनों सहित बजरंग दल भी कब्रिस्तान के विरोध में उतर आया है।
विश्व ¨हदू परिषद और बजरंग दल के पदाधिकारियों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि चिह्नित भूमि पर किसी भी प्रकार से जबरन कब्जा करने की कोशिश की गई तो बढ़ल के अंदर शांति व्यवस्था भंग होगी तथा लोग कब्रिस्तान के विरोध में खड़े होंगे। एसडीएम देहरा के माध्यम से उपायुक्त कांगड़ा को भी पत्र प्रेषित किया है।