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पल्लीबनाल व बनखंडी सर्वश्रेष्ठ सहकारी सभाएं

सोमवार को जिला स्तरीय सहकारिता दिवस का आयोजन पालमपुर की सलोह पंचायत में किया गया। इस मौके पर पलीबनाल और बनखंडी को जिला की सर्वश्रेष्ठ सहकारी सभा होने के लिए प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। स्वास्थ्य मंत्री विपिन ¨सह परमार ने इस मौके पर बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता केसीसीबी के चेयरमैन डॉ. राजीव भारद्वाज ने की।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Nov 2018 09:39 PM (IST)Updated: Mon, 19 Nov 2018 09:39 PM (IST)
पल्लीबनाल व बनखंडी सर्वश्रेष्ठ सहकारी सभाएं
पल्लीबनाल व बनखंडी सर्वश्रेष्ठ सहकारी सभाएं

जागरण संवाददाता, पालमपुर : सलोह पंचायत में सोमवार को जिलास्तरीय सहकारिता दिवस का आयोजन किया गया। इसमें पल्लीबनाल व बनखंडी को जिले की सर्वश्रेष्ठ सहकारी सभा घोषित किया गया। स्वास्थ्य मंत्री विपिन ¨सह परमार ने बतौर मुख्य अतिथि जबकि अध्यक्षता केसीसीबी के चेयरमैन डॉ. राजीव भारद्वाज ने की। बेहतर कार्यों के लिए पल्लीबनाल व बनखंडी को प्रथम पुरस्कार, जिया व मलां को दूसरा और पठिया, अरला व कलूंड को तीसरे स्थान पर रहने पर सम्मानित किया गया।

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स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने कहा कि सहकारिता को एक जन आंदोलन के रूप में अपनाने का संकल्प लेने की जरूरत है। सहकारिता का जन्मदाता प्रदेश है। 1892 में ऊना जिले के पंजावर गांव के मियां हीरा ¨सह ने पहली सहकारिता सभा का गठन किया था। प्रदेश का 90 फीसद से अधिक सार्वजनिक वितरण प्रणाली का राशन सहकारी सभाओं के माध्यम से वितरित किया जा रहा है और करीब 35 फीसद बैं¨कग कार्य भी किए जा रहे हैं। जिला में 1002 सहकारी समितियां पंजीकृत हैं और इनमें 80 फीसद लाभ में चल रही हैं। इनके 464158 सदस्य हैं। उन्होंने अधिकारियों से घाटे वाली सभाओं को भी लाभप्रद बनाने में सहयोग करने की अपील की। प्रदेश में सहकारिता के समग्र विकास के उद्देश्य से प्रदेश के मंडी तथा सोलन जिला में 163 करोड़ रुपये की लागत से एकीकृत सहकारी विकास परियोजना आरंभ की गई है।

परमार ने अधिकारियों से कहा कि अगर वह प्रदेश के किसी कोने में कहीं ट्रे¨नग पर जाते हैं तो वहां के सफल सहकारी मॉडल को जिला कांगड़ा या अन्य जिलों में स्थापित करवाने में भूमिका निभाएं।

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जिस प्रदेश में शुरू हुई वहीं पिछड़ रही सहकारिता : भारद्वाज

1892 में मियां हीरा ¨सह ने ऊना जिला से जिस सहकारिता की मसाल की लौ जगाई थी आज प्रदेश उस मसाल को आगे बढ़ाने में पिछड़ रहा है। आज अन्य राज्य क्षेत्र में प्रदेश से आगे हैं। यह बात केसीसीबी के चेयरमैन डॉ.राजीव भारद्वाज ने कही। उन्होंने कहा आज कर्नाटक व महाराष्ट्र सहकारी सभाओं में बेहतर कार्य करते हुए प्रदेश से कहीं आगे हैं। वे खुद उन प्रदेशों का दौरा करेंगे। साथ ही अधिकारियों को भी भेजा जाएगा कि वहां किस तरह से सहकारिता क्षेत्र में काम हो रहा है। सभी कर्मियों से प्रदेश में भी सहकारिता को शिखर पर ले जाने के लिए सुझाव लिए जाएंगे। केसीसी बैंक के चेयरमैन ने कहा कि बैंक देश के टॉप टेन में हैं। लेकिन इससे हम संतुष्ठ नहीं है। इसको सबसे अच्छा बनाने के लिए काम होगा। इसके लिए जोनल लेवल से बैठकें शुरू होंगी। साथ ही सभी को टारगेट दिए जाएंगे, जो टारगेट पूरे करेंगे तो उनको सम्मानित किया जाएगा तथा बैंक की शाखाओं की समीक्षा भी जल्द शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए वह सभी अधिकारियों से पहले बैठक करेंगे और उसके बाद आगामी कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा।

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पल्ली बनाल सहकारी सभा ने छठी बार हासिल किया प्रथम पुरस्कार

संवाद सूत्र फतेहपुर : उपमंडल फतेहपुर की सहकारी सभा पल्लीबनाल ने लगातार छठी बार प्रथम पुरस्कार हासिल किया है। पल्लीबनाल सहकारी सभा क्षेत्र में हर सामाजिक कार्यो में योगदान देने के साथ लोगों की हर जरूरत का सामान एक छत के नीचे उचित दाम पर उपलब्ध करवा रही है। सभा की कार्यप्रणाली से प्रभावित होकर अन्य सभाएं इसके मार्गदर्शन को अपना रही हैं। पुरस्कार प्राप्त करने के बाद सभा सचिव सुशील कुमार ने सभी सभा सदस्यों सहित स्थानीय लोगों को उपलब्धि का श्रेय दिया है। उन्होंने कहा हर जन की सहयोग से सभा ने लगातार छठी बार प्रथम पुरस्कार हासिल किया है।


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