सिक्किम की तर्ज पर हिमाचल में भी होगी जैविक खेती
सिक्किम में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए परंपरागत खाद्य पदार्थो के स्टाल लगाए गए हैं। इसी तर्ज पर प्रदेश में भी कृषि व पर्यटन को बढ़ावा देकर रोजगार के अवसर पैदा किए जाएंगे।
धर्मशाला, जेएनएन। हिमाचल में सिक्किम की तर्ज पर जैविक खेती पर काम होगा। इस दिशा में पहले किसी एक जिले में काम होगा और बाद में प्रदेशभर में यह कार्य किया जाएगा। प्रदेश के विधायकों की छह सदस्यीय टीम ने सिक्किम का दौरा कर कृषि, पर्यटन व बागवानी क्षेत्र की रिपोर्ट तैयार की है और इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सौंपा जाएगा। यह बात सोमवार को धर्मशाला में विधायकों की छह सदस्यीय टीम के अध्यक्ष राकेश पठानिया ने पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देशानुसार सिक्किम का दौरा किया है और वहां की कृषि व पर्यटन विकास का अध्ययन किया है।
पठानिया ने कहा कि सिक्किम जैविक प्रदेश है और वहां कृषि के साथ-साथ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। सिक्किम में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए परंपरागत खाद्य पदार्थो के स्टाल लगाए गए हैं। इसी तर्ज पर प्रदेश में भी कृषि व पर्यटन को बढ़ावा देकर रोजगार के अवसर पैदा किए जाएंगे। राकेश पठानिया ने कहा कि छह सदस्यीय टीम में कांग्रेस के भी दो विधायक शामिल थे और इस दिशा में बेहतर काम किया जाएगा। कहा कि जो रिपोर्ट बनाई गई है उसे प्रगति देने के लिए समय-समय पर सरकार से बातचीत की जाएगी।
बकौल पठानिया, प्रदेश को केंद्र से 1900 करोड़ रुपए का पैकेज भी मिला है और यह राशि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए खर्च किया जाएगा। इस मौके पर पालमपुर के विधायक आशीष बुटेल ने कहा कि प्रदेश को जैविक बनाने के लिए सरकार का सहयोग विपक्ष भी करेगा। विधायकों के छह सदस्यीय दल में राकेश पठानिया, आशीष बुटेल, विक्रमादित्य सिंह, होशियार सिंह, राकेश जम्वाल व रवि धीमान मौजूद रहे।