पात्रता परीक्षा में खरे नहीं उतरे भावी अध्यापक
जागरण संवाददाता धर्मशाला कोरोना महामारी के कारण घोषित लाकडाउन के दौरान जब अधिक
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : कोरोना महामारी के कारण घोषित लाकडाउन के दौरान जब अधिकतर लोग घरों में थे तो उस समय भी हिमाचल के युवा पढ़ाई की ओर ध्यान नहीं दे पाए। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है अध्यापक पात्रता परीक्षा (टेट) का नतीजा। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने मंगलवार को सभी आठ विषयों टीजीटी आर्ट्स, मेडिकल, नान मेडिकल, जेबीटी, एलटी, शास्त्री, पंजाबी व उर्दू का अध्यापक पात्रता परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया। टीजीटी नान मेडिकल का परिणाम मात्र 8.92 फीसद रहा। साथ ही जेबीटी का भी सिर्फ 20 फीसद रहा।
शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डा. सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि टीजीटी आर्ट्स में 18915 परीक्षार्थियों ने आवेदन किया था और 16,636 ही परीक्षा के लिए अपीयर हुए। 7074 परीक्षार्थी पास हुए तथा पास प्रतिशतता 42.52 रही। नान मेडिकल में 6631 ने ओवदन किया था और 5898 परीक्षार्थी अपीयर हुए। इनमें से 528 परीक्षार्थी पास हुए व पास प्रतिशतता 8.95 फीसद रही। मेडिकल में 6065 में से 5451 अपीयर हुए और 1190 पास हुए हैं। पास प्रतिशतता 21.83 रही। जेबीटी के 8655 परीक्षार्थियों में 7715 ने परीक्षा दी और 1566 ही पास हुए जबकि पास प्रतिशतता 20.3 रही। भाषा अध्यापक में 5497 परीक्षार्थियों में 4987 अपीयर हुए और 1857 उत्तीर्ण हुए व पास प्रतिशतता 37.24 रही। शास्त्री टेट में 2747 परीक्षार्थियों ने आवेदन किया था और 2463 अपीयर हुए। 526 उत्तीर्ण हुए और पास प्रतिशतता 21.36 रही। पंजाबी में 178 परीक्षार्थियों में से 128 ने परीक्षा दी और 43 पास हुए। पास प्रतिशतता 33.59 फीसद रही। उर्दू में 28 ने आवेदन किया था और 13 ने परीक्षा दी और दो परीक्षार्थी पास हुए जबकि पास प्रतिशतता 15.38 रही।
डा. सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि अध्यापक पात्रता परीक्षा का परिणाम बोर्ड ने वेबसाइट में अपलोड कर दिया है। अभ्यर्थी बोर्ड की वेबसाइट पर टेट जून लिक पर जाकर रोल नंबर डालकर परीक्षा परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। टीजीटी आर्ट्स विषय के एक अभ्यर्थी का परिणाम किन्हीं कारणों से रोका है। साथ ही जेबीटी विषय का एक अभ्यार्थी का नकल से संबंधित मामला पाए जाने पर नतीजा यूएमसी रखा गया है।