नर्स मौत मामले की होगी मजिस्ट्रेटी जांच
डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कांगड़ा स्थित टांडा में नर्स मौत मामले में उपायुक्त कांगड़ा एवं जिला दंडाधिकारी संदीप कुमार ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं।
जेएनएन, टांडा। डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कांगड़ा स्थित टांडा में नर्स रोजी ठाकुर की मौत मामले की मजिस्ट्रेटी जांच की जाएगी। उपायुक्त कांगड़ा एवं जिला दंडाधिकारी संदीप कुमार ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने अतिरिक्त उपायुक्त कांगड़ा को जांच का जिम्मा सौंपा है और सात दिन में रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है। वहीं, टांडा मेडिकल कॉलेज में नर्स रोजी ठाकुर की मौत मामले में लापरवाही बरतने वाले चिकित्सकों पर उचित कार्रवाई न किए जाने के विरोध में मंगलवार को भी कर्मचारियों का विरोध जारी रहा। कर्मचारियों ने सुपर स्पेश्येलिटी ब्लॉक के बाहर एकत्रित होकर अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध जताया।
कर्मचारियों ने कहा कि जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलेगा उनका विरोध जारी रहेगा। एक सप्ताह तक कर्मचारी काले बिल्ले लगाकर काम करेंगे और ड्यूटी से पहले व बाद में गेट मीटिंग करेंगे। इसके बाद भी आरोपित चिकित्सकों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं हुई तो सभी कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर चले जाएंगे। इस दौरान अस्पताल में मरीज के साथ कोई भी अप्रिय घटना होने पर टांडा मेडिकल कॉलेज प्रशासन जिम्मेदार होगा। सोमवार को कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार व टांडा मेडिकल कॉलेज प्रशासन को मामले में कार्रवाई के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। मंगलवार को कर्मचारी निर्धारित समय पर एकत्र हो गए।
इस दौरान अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ टांडा इकाई के प्रधान एसएस राणा ने कहा कि चार दिन तक ड्यूटी के दौरान कर्मचारी काले बिल्ले लगाकर शातिपूर्वक विरोध करेंगे। इसके अगले तीन दिन तक कर्मचारी ड्यूटी शुरू होने से पहले व ड्यूटी समाप्त होने के बाद गेट मीटिंग कर प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद भी उनकी मागों पर उचित कदम नहीं उठाया जाता है तो सभी कर्मचारी एक साथ अवकाश पर जाएंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी टांडा मेडिकल कॉलेज प्रशासन की होगी। न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी यूनियन (एनपीएस) के जिला अध्यक्ष नरेंद्र मिन्हास ने कहा कि यूनियन भी टीएमसी कर्मचारियों के साथ खड़ी है। यदि कर्मचारियों की मागों पर उचित कार्रवाई न की गई तो टीएमसी में उग्र आदोलन किया जाएगा। उधर, टांडा मेडिकल कॉलेज के कार्यकारी प्रधानाचार्य डॉ. भानू अवस्थी ने कर्मचारियों को बताया कि उनकी मागों के बारे में प्रदेश सरकार को अवगत करवा दिया गया। इस मामले की मजिस्ट्रेटी जांच के लिए उपायुक्त कांगड़ा को पत्र लिखा है।
सांत्वना जताने तक नहीं आए चिकित्सक
कर्मचारियों ने कहा कि टांडा मेडिकल कॉलेज में अधिकारी एकजुटता की दुहाई देते हैं। कहीं भी कोई कार्यक्रम होता है तो नर्सो समेत तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों को एकत्र होने के आदेश दिए जाते हैं। लेकिन नर्स रोजी ठाकुर की मौत के बाद परिवार की मदद तो दूर चिकित्सकों ने सांत्वना भी नहीं जताई। उनका कहना है कि अस्पताल परिसर में श्रद्धांजलि देने के लिए सभी श्रेणियों के कर्मचारी एकत्र हुए, परंतु एक भी चिकित्सक ने इसमें आना गवारा नहीं समझा।