अवैध निर्माण पर तिब्बतियन प्रशासन को नोटिस
बिना नगर निगम से अनापत्ति प्रमाणपत्र लिए पांच मंजिला भवन बनाने पर निर्वासित तिब्बती प्रशासन को नगर निगम ने कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया और सात दिनों का अल्टीमेटम देते हुए भवन निर्माण के दस्तावेज व अनापत्ति प्रमाणपत्र प्रस्तुत देने का समय दिया है।
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : बिना नगर निगम से अनापत्ति प्रमाणपत्र लिए पांच मंजिला भवन बनाने पर निर्वासित तिब्बती प्रशासन को नगर निगम ने कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है और सात दिन का अल्टीमेटम देते हुए भवन निर्माण के दस्तावेज व अनापत्ति प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने का समय दिया है।
नगर निगम ने यह कार्रवाई वार्ड नंबर तीन व चार तिब्बतियन लाइब्रेरी पर गेट लगाने को लेकर उपजे विवाद पर मौके का निरीक्षण करने पहुंचे नगर निगम महापौर देवेंद्र जग्गी, उप-महापौर ओंकार नैहरिया, नगर निगम उप-आयुक्त प्रभात चौधरी सहित अन्य अधिकारियों ने की। नगर निगम टीम जब तिब्बतियन लाइब्रेरी परिसर के भीतर बनाए गई निर्वासित तिब्बती संसद सभागार एवं कार्यालयों के पास पहुंची तो स्थानीय लोगों ने यहां का राजस्व दस्तावेज दिखाते हुए नए भवन पर सवाल उठाए, जिस पर कार्रवाई करते हुए प्रभात चौधरी ने अधिकारियों को नोटिस जारी करने के निर्देश जारी किए।
इसके अलावा नगर निगम ने यह भी स्पष्ट किया है कि तिब्बतियन लाइब्रेरी से होकर जाने वाले रास्ते पर सीटीए (सेंट्रल तिब्बत एडमिनिस्ट्रेशन) गेट नहीं लगा सकेगी। इससे पूर्व तीन नवंबर को सीटीए के मुख्य रोड से गांव को जाने वाले रोड पर गेट लगाने का स्थानीय लोगों ने विरोध किया था। साथ ही नगर निगम के पदाधिकारियों को भी शिकायत सौंपी थी। इस पर कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को मौके का दौरा किया गया।
स्थानीय लोगों में देशराज, अर्जुन, पुरुषोत्तम, नरेश कुमार, रामेश्वर, पप्पू कुमार, गौतम राम, निम्मो, कांता, बबली, सुरेंद्र, अर्चना, महेंद्र, अभिषेक, वीना, पूजा, देई देवी, मचलू राम, पांजा राम, मालती, सुमन, निक्को देवी, प्यारे लाल, अमन कुमार, अनीता, दीपक, सपना और र¨वद्र कुमार सहित अन्य लोगों ने बताया कि रोड के बंद होने से वार्ड नंबर-तीन और चार के करीब पांच हजार लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि वार्ड नंबर-तीन और चार के करीब दो दर्जन युवाओं का टैक्सी चलाकर रोजगार चल रहा है। तिब्बतियन लाइब्रेरी रोड बंद होने से टैक्सी रोड पर लगानी पड़ रही है। इससे पुलिस उनकी टैक्सियों के चालान काट रही है। टैक्सी चालकों का कहना है कि रास्ता बंद होने से उन्हें टैक्सी खड़ी करने के लिए स्थान नहीं बचा है।
उधर, नगर निगम धर्मशाला के महापौर देवेंद्र जग्गी ने बताया कि सीटीए को गेट न लगाने के सख्त निर्देश जारी किए हैं। साथ ही कॉमन लैंड पर भी कोई निर्माण न करने के निर्देश दिए हैं।
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-सीटीए ने नए भवन को लेकर निगम से किसी प्रकार की स्वीकृति नहीं ली है, लेकिन उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
प्रभात चौधरी, अतिरिक्त, आयुक्त।
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भवन निर्माण के दस्तावेज पेश किए जाएंगे, सभी कुछ नियमों के अनुसार किया जाएगा।
दावा शे¨रग, तिब्बतियन बंदोबस्त अधिकारी।