निपाह वायरस पर हिमाचल में अलर्ट
हिमाचल प्रदेश निपाह वायरस को लेकर अलर्ट हो गया है। प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को स्वास्थ्य जांच के निर्देश दिए गए हैं।
शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल प्रदेश निपाह वायरस को लेकर अलर्ट हो गया है। प्रदेश में आने वाले जिन पर्यटकों को खांसी, जुकाम या बुखार है, सरकार ने उनकी स्वास्थ्य जाच करवाने के निर्देश दिए हैं। ये निर्देश एहतियात के तौर पर दिए गए हैं ताकि किसी गंभीर खतरे से बचा जा सके। दक्षिण भारत के कई पर्यटक इन दिनों कुल्लू मनाली की सैर करने के लिए आ रहे हैं। इसे देखते हुए सरकार ने ऐहतियात के तौर पर पर्यटकों की स्वास्थ्य जाच करवाने की जरूरत महसूस की है।
पर्यटन सीजन को देखते हुए कुल्लू के उपायुक्त युनूस ने अधिकारियों व होटल व्यवसायियों को निपाह वायरस से एहतियात बरतने की सलाह दी है। हमीरपुर की उपायुक्त डॉ. ऋचा वर्मा ने लोगों से निपाह वायरस से बचने की अपील की है। दक्षिण भारत के राज्यों केरल, कर्नाटक व तमिलनाडु से कई पर्यटक रोहताग दर्रे तक जाते हैं ताकि बर्फ देख सकें। इन दिनों कुल्लू घाटी में रोजाना करीब 70 हजार पर्यटक आ रहे हैं। राजधानी शिमला में भी हर रोज करीब 40,000 पर्यटक पहुंच रहे हैं।
रोजाना करीब डेढ़ लाख पर्यटक दूसरे राज्यों से हिमाचल आ रहे हैं। पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें स्वास्थ्य जाच करवाने की सलाह दी गई है। सीएमओ व बीएमओ को सतर्क रहने के निर्देश स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार की अध्यक्षता में बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक हुई। इसमें प्रधान सचिव (स्वास्थ्य), निदेशक (स्वास्थ्य) व अन्य अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (सीएमओ) व खंड चिकित्सा अधिकारियों (बीएमओ) को इस तरह के मामलों को लेकर सतर्क रहने और किसी भी मरीज में लक्षण पाए जाने पर तुरंत सूचना देने को कहा गया है।
चमागदड़ों से होने वाले इस रोग के कारण व्यक्ति कोमा में पहुंच जाता है। निपाह वायरस से बचने के लिए दिए निर्देश निपाह वायरस से बचने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। सिरमौर जिले में चमगादड़ों के मारे जाने को लेकर स्वास्थ्य व पशुपालन विभाग को जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।
विपिन सिंह परमार, स्वास्थ्य मंत्री
निपाह वायरस से घबराएं नहीं, ऐहतियात बरतें
निपाह वायरस को लेकर कोई घबराने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन इस संबंध में एयरपोर्ट, वोल्वो बसों, अन्य वाहनों, होटलों-रेस्तरां या शॉ¨पग सेंटरों में कुछ ऐहतियात जरूरी है, ताकि आम लोग किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में न आए। सहायक आयुक्त ने पर्यटन, परिवहन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बस व टैक्सी ऑपरेटरों, होटलियरों और मनाली में पर्यटन व्यवसाय से जुड़ी अन्य संस्थाओं को निपाह वायरस के प्रति जागरूक करने की अपील भी की।
बैठक के दौरान निपाह वायरस के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील चंद्र ने बताया कि हालही में इसका संक्रमण मुख्यत: केरल में चमगादड़ों के जूठे फलों के माध्यम से मनुष्यों में पहुंचा है। निपाह से संक्रमित व्यक्ति में आम संक्रमण जैसे तेज बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द और सर्दी-जुकाम जैसे ही लक्षण नजर आते हैं। डॉ. सुशील ने बताया कि यह आम संक्रमण की तरह ही होता है। कम रोग प्रतिरोधात्मक शक्ति वाले व्यक्ति के इसकी चपेट में आने की आशंका ज्यादा रहती है।
अगर किसी व्यक्ति का चार-पांच दिनों तक दवाई खाने के बाद भी सर्दी-जुकाम ठीक नहीं हो रहा है तो उसे डाक्टर के पास जाना चाहिए। छींकते-खांसते समय हमेशा मुंह पर हाथ या रूमाल रखें। सर्दी-जुकाम से ग्रस्त व्यक्ति के संपर्क में न आएं और हाथों को साफ रखें। पक्षियों के जूठे या गले-सड़े फल बिलकुल न खाएं। बैठक में आरटीओ डॉ. सुरेश जसवाल, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विक्रम कटोच, डॉ. नरेश, डॉ. रमेश गुलेरिया, अन्य चिकित्सक, डीएसपी आशीष शर्मा और अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।