विकास से राहत, खनन से आहत
विधानसभा क्षेत्र इंदौरा की महिला विधायक रीता धीमान कांग्रेस के कमल किशोर को हराकर पहली बार विधानसभा पहुंची थीं। एक वर्ष से उपर के अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने छोंछ खड्ड के तटीकरण पंचायतों के लिए पेयजल सड़कों व पुलों की मरम्मत के साथ-साथ मिनी
विधानसभा क्षेत्र इंदौरा की विधायक रीता धीमान कांग्रेस के कमल किशोर को हराकर पहली बार विधानसभा पहुंची थीं। एक वर्ष से ज्यादा के अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने छोंछ खड्ड के तटीकरण, पंचायतों के लिए पेयजल, सड़कों व पुलों की मरम्मत के साथ-साथ मिनी सचिवालय की सौगात भी दी है। दैनिक जागरण की विधायक रीता धीमान से हुई बातचीत के प्रमुख अंश इस प्रकार से हैं।
क्या आप अपने कार्यकाल से संतुष्ट हैं?
विस क्षेत्र खस्ताहाल में विरासत के रूप में मुझे मिला था। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में विधानसभा क्षेत्र के हालात को सुधारने में काफी हद तक सफल रही हूं। जो कार्य हुए हैं उनसे मैं पूरी तरह से संतुष्ट हूं।
जो वादे किए थे कितने पूरे हुए?
किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य व पेयजल वहां की मूलभूत सुविधाएं हैं। इन्हीं मूलभूत सुविधाओं को मुहैया करवाने के लिए वादा भी क्षेत्र की जनता के साथ हुआ था और इन सभी योजनाओं पर काम चला हुआ है। नया करने की विस क्षेत्र में कवायद भी शुरू है।
कोई बड़ी योजना मंजूर करवाई ?
छोंछ खड्ड तटीकरण के लिए 115 करोड़, गदराना, दीनी लाड्थ, दियाला व घेटा सहित अन्य पंचायतों के लिए 33 करोड़ की पेयजल योजना, सड़कों व पुलों के लिए बजट में प्रावधान, इंदौरा के अस्पताल का दर्जा बढ़ाकर पचास बिस्तर करवाना व यहां मिनी सचिवालय का निर्माण विशेष मंजूर योजनाओं में शामिल है।
जनता को कितना समय दे पाती हैं ?
ज्यादातर समय जनता के बीच ही गुजारती हूं। जितना समय आप जनता के बीच रहेंगे तो उनकी समस्याओं को भी बारिकी से देख समझ पाएंगे, इसलिए मेरा भी यही प्रयास होता है कि ज्यादा समय जनता के बीच हो।
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विधायक का कार्यकाल निराशाजनक
विधायक रीता धीमान का एक वर्ष से ऊपर का कार्यकाल निराशाजनक रहा है। जो योजनाएं कांग्रेस शासनकाल में स्वीकृत हुई थीं, उनका ही श्रेय लेने का प्रयास अभी तक किया गया है। कोई भी नई योजना धरातल पर नहीं है। विधानसभा क्षेत्र की मुख्य सड़कों के साथ संपर्क मार्गो के हालात बद से बदतर हो चुके हैं, लेकिन इनकी हालत को सुधारने की दिशा में कोई भी कदम नहीं उठाया गया है। सिर्फ घोषणाओं से ही जनता की समस्याओं का हल नहीं होता है। क्षेत्र में अवैध खनन एक बड़ी समस्या है, लेकिन खनन माफिया को रोकने के लिए अभी तक कोई भी ठोस नीति सरकार के पास नहीं है और न ही विधायक इस ओर कोई कदम उठा पाई हैं।
-कमल किशोर, कांग्रेस प्रत्याशी