मिग 21 विमान हादसा: जांबाज पायलट की याद में बनाया जाएगा स्मारक
जहां हादसा हुआ है उस जगह के मालिक रमेश चंद ने घोषणा की है कि वह इस जमीन को सरकार के नाम कर देंगे और यहां स्मारक बनाएंगे।
फतेहपुर, जेएनएन। फतेहपुर के जखाड़ा में मिग 21 विमान हादसे में जान देकर 40 परिवारों को बचाने वाले पायलट मीत कुमार की कुर्बानी लोग कभी नहीं भूल सकते हैं। ग्रामीणों ने घटनास्थल पर मीत कुमार का स्मारक बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि देने का निर्णय लिया है। जहां हादसा हुआ है उस जगह के मालिक रमेश चंद ने घोषणा की है कि वह इस जमीन को सरकार के नाम कर देंगे और यहां स्मारक बनाएंगे।
रविवार को वायुसेना के विशेषज्ञों की टीम ने लोक निर्माण विभाग की मदद से जेसीबी लगाकर विमान के अवशेष गिरने से बने गड्ढे की खोदाई शुरू की। जखाड़ा पंचायत के प्रधान परसराम, पट्टा पंचायत प्रधान संजय, जमीन मालिक रमेश चंद व उत्तम चन्द सहित अन्य युवाओं ने पायलट की कुर्बानी को कभी न भूलने वाली घटना करार दिया है।
सरकार व प्रशासन की मदद से उक्त जमीन में शांति हवन किया जाएगा और पायलट की प्रतिमा बनाई जाएगी ताकि आने वाली पीढ़ियां भी याद रखें कि किस तरह पायलट ने गांववासियों की जान बचाई थी। रमेश चंद ने बताया वह मिग 21 क्रैश होने से 20 मिनट पहले उसी जगह खेतों से घास लेने गए थे।
पीड़ादायक होता है पायलट का जाना
सुरेश राज शर्मा बताते हैं कि पायलट का ऐसे हादसों में जाना पीड़ादायक होता है। यह न केवल परिवार के लिए बल्कि वायुसेना के लिए भी बड़ा झटका होता है। वर्ष 2012 में गुजरात के जामनगर के समीप सरमत फायरिंग रेंज के ऊपर दो एमआइ-17 हेलीकॉप्टरों की टक्कर में बेटे विंग कमांडर आशीष शर्मा को खो चुके सुरेश राज शर्मा बताते हैं कि एक पायलट को तैयार करने में काफी समय लगता है, लेकिन तकनीक की गलती इस मेहनत पर भारी पड़ जाती है। ऐसे में अब वायुसेना को इन विमानों को हटा देना चाहिए।