रद करें सफाई ठेकेदार का टेंडर
राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य जगदीश हीरेमनी ने नगर निगम क
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य जगदीश हीरेमनी ने नगर निगम के सफाई ठेकेदार के टेंडर को रद करने के निर्देश दिए हैं। कर्मचारियों द्वारा सुरक्षा संबंधी एवं अन्य नियमों की अवहेलना की शिकायतों के मद्देनजर ये कदम उठाया गया है। उन्होंने जिला प्रशासन एवं धर्मशाला नगर निगम के अधिकारियों को केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न आवास योजनाओं में सफाई कर्मचारियों को प्राथमिकता देने के लिए कहा। अधिकारियों को सफाई कर्मचारियों को न्यूनतम भत्तों की समय पर अदायगी करवाने और उनके नियमित स्वास्थ्य निरीक्षण, स्वास्थ्य संबंधी अन्य सुविधाओं पर ध्यान देने के निर्देश दिए।
वह उपायुक्त कार्यालय सभागार में सफाई कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर जिला के अधिकारियों और सफाई कर्मचारी यूनियनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने सफाई कर्मचारियों की कार्य के दौरान सुरक्षा, स्वास्थ्य, आवास व्यवस्था, शिक्षा और अन्य व्यवसायों में रोजगार के अवसरों की संभावना पर चर्चा की। सफाई कर्मचारी यूनियनों के प्रतिनिधियों ने उन्हें समस्याओं और मागों से अवगत करवाया।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए ठोस योजना बनाई जाए। इस दौरान कर्मचारियों के बीमा तथा ऋण योजनाओं को लेकर भी चर्चा की गई। कर्मचारी प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत लाए जाएं। उन्होंने निगरानी समिति बनाने और हर तीन महीने में बैठक करने को कहा।
वहीं, नगर निगम आयुक्त संदीप कदम ने उनके निर्देशों को सही तरीके से लागू करने का भरोसा दिलाया। एडीएम कांगड़ा एमआर भारद्वाज ने भी भरोसा दिलाया कि जिला प्रशासन सफाई कर्मचारियों के हितों से जुड़े मामलों को प्राथमिकता पर निपटाएगा। बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कांगड़ा संतोष पटियाल, नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त सुखदेव सिंह भी मौजूद रहे।
---------------------
अधिकारियों को लगाई फटकार
बैठक के दौरान उस समय तीखी नोकझोंक हो गई जब आयोग सदस्य के सामने नगर निगम के सफाई कर्मियों ने वे मांगें उठाई, जिनसे वह वंचित हैं। इस पर आयोग सदस्य ने नगर निगम अधिकारियों से जवाब मांगा, लेकिन इस पर अधिकारियों के टाल-मटोल करने पर उन्होंने फटकार भी लगाई। इस पर अधिकारी बैठक से उठकर चल पड़े। इस पर आयोग सदस्य ने कहा कि उन्हें इस पद पर राष्ट्रपति ने बैठाया है और अगर कोई अधिकारी या ठेकेदार सफाई कर्मियों के हकों को दबाएगा तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आयोग सरकार से इस मामले पर बात करेगा और ठेकेदारी प्रथा को बंद करवाया जाएगा।