जुगाड़ के इंजन से दौड़ी इलेक्ट्रिक कार
ये इलेक्ट्रिक कार चार लोगों को बैठाकर 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ सकती है।
नालागढ़, ओमपाल सिंह। कहा जाता है कि आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है। यह सत्य भी है, लेकिन शौक भी आविष्कार का कारक बन जाता है। ऐसा ही एक आविष्कार नालागढ़ स्थित जीएस माउंटेन मूवर्स कंपनी के सीईओ गुरनाम सिंह ने शौकिया तौर पर कर दिया है। उन्होंने एक इलेक्ट्रिक कार बनाई है, जिसका एक साल से इस्तेमाल भी कर रहे हैं। यह चार लोगों को बैठाकर 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ सकती है। हालांकि बिजली से कार चलाना नई बात नहीं रही है, लेकिन जुगाड़ से ही इलेक्ट्रिक इंजन बनाना बड़ी बात है।
गुरनाम सिंह नालागढ़ से पूर्व मंत्री रहे स्वर्गीय हरिनारायण सैणी के भतीजे हैं। गुरनाम ने एक ऐसा पैनल भी तैयार किया है, जिसकी मदद से इस कार को सोलर लाइट से भी चलाया जा सकेगा। गुरनाम के अनुसार उन्हें बिजली के उपकरण बनाने का शौक बचपन से ही है। हालांकि इसमें कोई डिग्री व डिप्लोमा नहीं किया है, लेकिन शौक ने उन्हें ऐसी कार बनाने के लिए प्रोत्साहित कर दिया। बकौल गुरनाम, इस कार को बनाने में एक लाख 30 हजार रुपये खर्च हुए हैं। वहीं, अगर सरकार सहयोग करें तो मात्र 60 हजार रुपये में कार बनाई जा सकती है। उनका दावा है कि कई कार कंपनियां उनसे संपर्क में हैं और तकनीक सीखना चाहती हैं, लेकिन वह अभी इसे किसी को बेच नहीं रहे हैं।
कोलतार की गुणवत्ता बढ़ाने पर भी कार्य गुरनाम सिंह ने बताया कि वह कोलतार की गुणवत्ता बढ़ाने पर भी कार्य कर रहे हैं। वर्तमान में सड़कें बरसात के बाद खराब हो जाती है। कोलतार एक वर्ष तक ही रहता है, लेकिन उन्होंने ऐसा केमिकल बनाया है, जिसे कोलतार में डालने के बाद इसकी गुणवत्ता तीन साल और बढ़ जाएगी। जल्द ही वह इसे भी मार्केट में लाने वाले हैं। गुरनाम सिंह तकनीक सीखने के लिए जापान, जर्मनी व अमेरिका का भी भ्रमण कर चुके हैं।