Move to Jagran APP

एक पुस्तक में मिलेगी पंडित दीन दयाल की जीवन गाथा

हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में इस सत्र से शुरू की गई पंडित दीन दयाल उपाध्याय चेयर के शोधार्थियों व एमफिल करने वाले छात्रों को उनके बारे में सारी जानकारी एक ही पुस्तक में मिलेगी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Jun 2020 09:00 PM (IST)Updated: Thu, 04 Jun 2020 09:00 PM (IST)
एक पुस्तक में मिलेगी पंडित दीन दयाल की जीवन गाथा
एक पुस्तक में मिलेगी पंडित दीन दयाल की जीवन गाथा

मुनीष गारिया, धर्मशाला

loksabha election banner

हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में इस सत्र से शुरू की गई पंडित दीन दयाल उपाध्याय चेयर के शोधार्थियों व एमफिल करने वाले छात्रों को उनके बारे में सारी जानकारी एक ही पुस्तक में मिलेगी। सीयू प्रशासन शीघ्र ही एक पुस्तक तैयार करेगा। इस पुस्तक की खास बात यह है कि इसमें पंडित दीन दयाल उपाध्याय के जीवन और उन पर अब तक हुए शोधों की पूरी जानकारी उपलब्ध होगी।

सीयू में इस सत्र से दीन दयाल उपाध्याय स्टडी (डीडीयूएस) चेयर शुरू की है, जिसमें एमफिल और पीएचडी अध्ययन चल रहा है। एमफिल में सात सीटें हैं, जबकि पीएचडी की भी 10 सीटें हैं। प्रदेश के लिए बड़ी बात यह है कि दीन दयाल उपाध्याय चेयर शुरू करने वाला सीयू देश का पहला विश्वविद्यालय है। अन्य किसी भी विवि में अभी तक ये अध्ययन नहीं है। चेयर की कक्षाएं सप्त सिधू परिसर देहरा में चल रही हैं।

सीयू से हुई शुरुआत के बाद अन्य विश्वविद्यालय भी अगले सत्र अपने यहां डीडीयूएस चेयर शुरू करने की इच्छा रख रहे हैं। बनारस हिदू लगातार सीयू हिमाचल से संपर्क करके अगले सत्र से इसे शुरू करने जा रहा है। वहीं सीयू प्रशासन अगल साल से डीडीयूएस पर स्नातकोत्तर की कक्षाएं शुरू करने पर लेकर भी काम कर रहा है।

यहां स्कूल ऑफ सोशल वर्क में अधीन चेयर तो स्थापित हो गई है लेकिन अध्ययनकर्ताओं को पाठ्यसामग्री उपलब्ध करवाने में अभी समस्या आ रही थी। प्रशासन ने चेयर सहायक आचार्य डॉ. प्रमोद कुमार को दीन दयाल उपाध्याय पर अब तक हुए शोध की पुस्तकें तलाशने और संक्षिप्त रूप में तैयार कर एक पुस्तक बनाने का जिम्मा सौंपा है। डॉ. प्रमोद ने लगभग 300 पुस्तकों से तलाश किया है, जिनकी सामग्री छात्रों की उपयोग में आ सकती है। एक समग्र पुस्तक तैयार होने से अध्ययनकर्ताओं का लाभ होगा। उधर सीयू कुलपति डॉ. कुलदीप चंद अग्निहोत्री ने बताया शीघ्र ही डीडीयू पर हुए शोधों की पुस्तक तैयार करके विवि में रखी जाएगी। इसको लेकर कार्य चल रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.