Kinnaur: चीन सीमा से सटे छितकुल का होगा विकास, रोकेंगे पलायन; गांव में पहुंचे देश के केंद्रीय ऊर्जा मंत्री
चीन की सीमा से सटे किन्नौर जिला के छितकुल गांव में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने वाइब्रेंट विलेज में लोगों के जीवन का जायजा लिया. यहां से लोगों का पलायन न हो इसलिए हर संभव सहायता मुहैया करवाने की बात कहीं।
रिकांगपिओ, संवाद सहयोगी : चीन की सीमा से सटे किन्नौर जिला के छितकुल गांव में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने वाइब्रेंट विलेज में लोगों के जीवन का जायजा लिया. यहां से लोगों का पलायन न हो, इसलिए हर संभव सहायता मुहैया करवाने की बात कहीं।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि चाहे कोई भी सरकार हो उन्होंने देखा है कि सीमावर्ती गांवों में जो अपेक्षित विकास होना चाहिए वो विकास नहीं हो पा रहा है। अपेक्षित विकास न होने का कारण दूरगामी क्षेत्र व आवागमन में कठिनाइयां होती है।
शहर की ओर बस रहे समवर्ती गांव
इसलिए सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास के लिए बॉर्डर एरिया डेवलपमेंट प्रोग्राम योजना चलाई गई थी। अब केंद्र सरकार ने इस प्रोग्राम को आगे बढ़ाते हुए वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम योजना चलाई है। इसका मकसद सीमावर्ती गांवों को सुविधाओं से लैस करना है ताकि सीमावर्ती गांव खाली न हो। हम देख रहे हैं कि सीमावर्ती गांवों के लोग धीरे धीरे शहरों की ओर बस रहे हैं।
इसलिए सीमावर्ती क्षेत्रों से गांव खाली न हो इसलिए गांवों का विकास किया जाएगा। जिले के अंतिम गांव छितकुल में बिजली की समस्या के समाधान के लिए जरूरत के हिसाब से सोलर पॉवर प्लांट लगाए जाएंगे। भारी बर्फबारी से निपटने के लिए एक स्न्नो कटर दिया जाएगा और लोगों को पानी की कठिनाई से निजात दिलाने के लिए पानी की उचित व्यवस्था की जाएगी।
आइटीबीपी की जवानों के साथी मुलाकात की
केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा मिल कर प्रदेश का सर्वांगीण विकास किया जाएगा तथा वाइव्रेंट विलेज के तहत लोगों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए व गांव के विकास के लिए किसी संगठन को जिम्मेदारी दी जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने नागस्ती के समीप आइटीबीपी की जवानों के साथी मुलाकात की और उनका कुशल क्षेम जाना व जवानों के मनोबल बढ़ाया।
वीरवार को केंद्रीय मंत्री वीरवार को हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी के एक दिवसीय किन्नौर प्रवास के दौरान वीरवार को हवाई मार्ग से कूपा हेलीपैड पहुंचे। इस बाद वे सड़क मार्ग से होते हुए भारत चीन सीमा से सटे वाइब्रेंट विलेज छितकुल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने छितकुल में मंदिर प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया।
रोकना होगा पलायन
अपने दौरे के दौरान छितकुल में वाइब्रेंट विलेज के तहत हो रहे विकास कार्यक्रमों का जायजा लिया और विभिन्न गतिविधियों पर लोगों से बातचीत की। सीएम ने केंद्र से छितकुल के विकास के लिए मांगा सहयोग मुख्यमंत्री ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह का स्वागत करते हुए कहा कि जिला किन्नौर के अंतिम गांव छितकुल में लोगों की देश भक्ति की जो भावना है।
उसको बनाए रखने के लिए व सीमावर्ती क्षेत्रों से पलायन को रोकने के लिए केंद्र व हिमाचल सरकार कैसे सहयोग कर सकती है। किन चीजों की कमी है तथा क्या-क्या समस्याएं हैं।
उन समस्याओं को देखने के लिए पहली बार भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री अंतिम गांव छितकुल में पहुंचे हैं । इसलिए मैं इनका स्वागत करता हूं। मुझे भी केंद्रीय मंत्री के साथ यहां आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है । उन्होंने कहा कि इसमेें केंद्र सरकार को सहयोग करना चाहिए। हिमाचल सरकार अपनी तरफ से कोई कमी नहीं रहने देगी।
ये है वाइब्रेंट विलेज योजना
वाइब्रेंट विलेज योजना का उद्देश्य भारत-चीन सीमा पर बसे गांवों का समग्र विकास करना है। भारत सरकार ने जिन गांवों को चुना है, ये वह गांव हैं जो कि भारत-चीन सीमा पर फर्स्ट रिस्पांडर के रूप में जाने जाते हैं। खास बात यह है कि गांवों में चल रहे बॉर्डर प्रोग्राम्स से इसका कोई लेना देना नहीं है. वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम उससे अलग प्रोजेक्ट है. इस प्रोजेक्ट का मुआयना सीधे तौर पर केंद्र सरकार के अधिकारी कर रहे हैं।