मेन एलटी लाइन की पीवीसी वायर में डाल दी कुंडी
लॉकडाउन व कर्फ्यू के बीच राजल पंचायत में विद्युत एक्ट की सरेआम धज्जियां उडाई गई हैं। पंचायत राजल के कुछ लोगों ने मेन एलटी लाइन से बिजली चोरी कर डाली। प्रदेश विद्युत तकनीकी कर्मचारियों ने चोरी के इस मामले को
-राजल में विद्युत एक्ट की उड़ी धज्जियां, बिजली बोर्ड ने आरोपित को चेतावनी देकर छोड़ा
-सोशल मीडिया में मामला उछलते ही हरकत में आए बड़े अधिकारी संवाद सहयोगी, कांगड़ा : लॉकडाउन व कर्फ्यू के बीच राजल पंचायत में विद्युत एक्ट की सरेआम धज्जियां उड़ाई गई हैं। पंचायत राजल के कुछ लोगों ने मेन एलटी लाइन से बिजली चोरी की है। प्रदेश विद्युत तकनीकी कर्मचारियों ने चोरी के इस मामले को पकड़ा है, जिसमें मेन एलटी लाइन से एक अन्य पीवीसी वायर को जोड़ कर एक मंदिर व एक घर को सप्लाई दी गई है। वहीं इस मामले में बिजली चोरी करने वाला राजल पंचायत का रसूकदार व्यक्ति है, जिससे विद्युत बोर्ड मामले के सामने आने के बाद भी अभी कोई कार्रवाई अमल में नहीं ला सका है।
बिजली चोरी के लिए मेन एलटी लाइन से आ रही पीवीसी वायर से ही बीच में जोड़ डाल कर अलग से पीवीसी वायर को निकाला गया है। ऐसे में राजल पंचायत में गए तकनीकी कर्मचारियों को बिजली चोरी की जानकारी मिली और जांच करने पर सही पाई गई। हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत परिषद लिमिटेड विद्युत उपमंडल नंबर दो पुराना कांगड़ा के अंतर्गत आने वाले राजल पंचायत में तैनात अतिरिक्त सहायक अभियंता इंजीनियर चंद्रभूषण मिश्र ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि मेन एलटी लाइन से बिजली चोरी की जा रही है, जिस पर वह टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बिजली चोरी के मामले को रंगे हाथों पकड़ा। उन्होंने बताया कि इस संबंध में उन्होंने अपने सहायक अभियंता को सारी जानकारी दे दी है और उनके वाट्सएप नंबर पर सारी चोरी की सामग्री भी डाल दी है, लेकिन बताया जा रहा है कि बिजली चोरी करने वाले को मात्र चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। इस संबंध में इंजीनियर चंद्रभूषण मिश्र ने बिजली चोरी की घटना के फोटो व वीडियो को सोशल मीडिया में डाल दिया, जिससे बोर्ड की भी निदा होने लगी। मामला कांगड़ा विद्युत मंडल कांगड़ा के वरिष्ठ अधिशाषी अभियंता अतुल भाटिया के ध्यानार्थ में आया तो उन्होंने नंबर डिवीजन के अधिकारी से इस मामले की रिपोर्ट तलब कर ली है। उन्होंने बताया कि इस मामले की जानकारी उन्हें मिली है और उन्होंने सहायक अभियंता से रिपोर्ट तलब की है। बिजली चोरी हो रही है तो बिजली चोरी करने वाले के खिलाफ एफआइआर क्यों नहीं दर्ज करवाई गई। इस पर भी संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों से लिखित जवाब मांगा गया है।